KNEWS DESK – बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके निधन की खबर ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि उनके लाखों प्रशंसकों को गहरे शोक में डाल दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति की कामना की और कहा कि उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। साथ ही, उन्होंने शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ संपन्न कराने का निर्णय लिया है।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह को निर्देश दिए हैं कि वे शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शारदा सिन्हा के परिवार के सदस्य जहां भी हों, उनके पार्थिव शरीर को पटना वायुयान से भेजने की व्यवस्था की जाए। इस अवसर पर राज्य सरकार की तरफ से सभी सम्मान और विधि-विधान का पालन किया जाएगा।
पैतृक गांव हुलास में गम का माहौल
लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन के बाद उनके पैतृक गांव हुलास, सुपौल में शोक की लहर दौड़ गई है। शारदा सिन्हा के छोटे भाई डॉ. पद्मनाभ शर्मा ने बताया कि उन्हें मंगलवार रात करीब 10 बजे उनकी बहन के निधन की सूचना मिली। हालांकि, देर रात होने के कारण वे उसी समय नहीं जा सके। बुधवार की सुबह वे पटना के लिए रवाना हो गए। उनके पैतृक गांव में शोक की गहरी लहर है। लोग इसे एक अपूरणीय क्षति मान रहे हैं। उनके परिवार वालों का कहना है कि “छठी मैय्या ने अपनी बेटी को बुला लिया है”।
ससुराल में शोक की लहर
शारदा सिन्हा के ससुराल, जो कि बेगूसराय जिले के सीहमा गांव में स्थित है, वहां भी शोक का माहौल है। शारदा सिन्हा को छठी मैया की बेटी के रूप में संबोधित किया जाता था और लोग उन्हें बहुत सम्मान देते थे। उनके ससुराल में हर साल छठ पूजा के दौरान उनका आगमन होता था, और वे गांववासियों की मदद भी करती थीं। गांववाले अब अपनी प्रिय गायिका को याद कर शोक मना रहे हैं।
पटना एयरपोर्ट पर अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर बुधवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचा। यहां पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और अन्य कई सम्मानित लोग शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे। उनके अंतिम दर्शन के लिए एयरपोर्ट पर भारी भीड़ उमड़ी थी, और सभी की आंखों में आंसू थे। पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए ले जाया गया।
सीएम नीतीश ने जताई शोक संवेदना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा, “शारदा सिन्हा ने बिहार और देश की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध किया। उनका योगदान भारतीय संगीत जगत में अनमोल रहेगा।” साथ ही, उन्होंने शारदा सिन्हा के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त कीं।
सीएम नीतीश ने कहा, “उनकी आवाज और गीत हमेशा बिहार के लोग भूल नहीं पाएंगे। वह हमारे बीच शारीरिक रूप से नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज हमारे दिलों में हमेशा जिन्दा रहेगी।”
लोक गायिका का योगदान
शारदा सिन्हा का नाम लोक संगीत की दुनिया में अत्यधिक सम्मान से लिया जाता है। उन्हें विशेष रूप से छठ पूजा के गीतों और पारंपरिक बिहार संगीत के लिए जाना जाता है। उनका गीत “कांच ही बांस के बहंगिया” आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। उन्होंने अपनी आवाज से न केवल बिहार बल्कि देशभर में लोक संगीत की धारा को एक नई दिशा दी। उनके निधन से एक युग का समापन हुआ है, और उनकी कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकेगा। शारदा सिन्हा का योगदान भारतीय लोक संगीत में हमेशा याद रखा जाएगा।