KNEWS DESK..एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है आज अपनी पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए शरद पवार ने अपने पद को छोड़ने का ऐलान किया उन्होंने कहा कि अब मैं चाहता हूं कि एनसीपी की जिम्मेदारी कोई और संभाले मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता हूं। उन्होंने आगे कहा कि वह राजनीति में सक्रिय तो रहेंगे लेकिन पार्टी के अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं ।
दरअसल आपको बता दें कि कुछ दिन पहले NCP की यूथ विंग युवा कांग्रेस के युवा मंथन कार्यक्रम में बोलते हुए शरद पवार ने कहा था कि ” किसी ने मुझे कहा है कि रोटी सही समय पर पलटनी होती है और अगर सही समय पर नहीं पलटी तो वह कड़वी हो जाती है। अब सही समय आ गया है रोटी पलटने का उसमें देरी नहीं होनी चाहिए इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आग्रह करूंगा कि वह इस पर काम करें ” इस बयान के बाद भी कई अटकलें लगाई जा रही थी। कि एनसीपी के अंदर जल्द ही कुछ फेरबदल देखने को मिल सकते हैं। इस बयान को उन्होंने ऐसे समय पर दिया था। जब उनके भतीजे और एनसीपी नेता अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने की खबरें तूल पकड़ रही थी। जिन्हें अजीत पवार कई बार खारिज भी कर चुके हैं ऐसे में यह देखना अहम होगा कि अब पवार पार्टी की जिम्मेदारी किसे सौंपते हैं। इसमें दो बड़े नामों की चर्चा ने जोर पकड़ा हुआ है। पहला उनकी बेटी सुप्रिया सुले जिनको उनकी राजनीति का उत्तराधिकारी भी माना जाता है। दूसरा उनके भतीजे अजीत पवार का. हालाँकि, अजीत पवार को लेकर पार्टी के आलाकमान अभी चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन अजीत पवार के पिछले कुछ बयानों पर नजर डालें तो उनके सियासी मंसूबे साफ़ नज़र आते हैं। ऐसे में अब ये देखना अहम होगा कि एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नया चेहरा बनकर कौन सामने आता है ?
आज शरद पवार के इस्तीफे के एलान के बाद अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी के नेता बार बार उनसे फैसले वापस लेने को ना कहें. पवार साहब हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे. अजित पवार ने कहा कि नए नेतृत्व को मौका मिलना चाहिए. अजित पवार ने कहा कि शरद पवार साहेब के मार्गदर्शन में नए अध्यक्ष का चुनाव होगा. पवार साहब का नेतृत्व और मार्गदर्शन हमेशा बना रहेगा. पार्टी अध्यक्ष कोई भी हो, उनका मार्गदर्शन हमेशा रहेगा. कभी-कभी ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं. साहेब के नेतृत्व में पार्टी का अगला अध्यक्ष चुना जाएगा तो क्या दिक्कत है? इसमें दिक्कत क्या है? सभी निर्णय और पार्टी के भविष्य के निर्णय साहेब के नेतृत्व और मार्गदर्शन में होंगे। वह फैसला बदलने वाले नहीं हैं.यह निर्णय किसी दिन लिया जाना था.
अब अजीत पवार के इस बयान से तो येही जाहिर होता है कि पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. ऐसे में अब ये देखना अहम होगा कि एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नया चेहरा बनकर कौन सामने आता है ?