KNEWS DESK- कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटील का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने शनिवार सुबह लगभग 6:30 बजे महाराष्ट्र के लातूर स्थित अपने आवास ‘देववर’ में अंतिम सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रहे पाटील का इलाज घर पर ही किया जा रहा था। उनके निधन से कांग्रेस सहित पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
शिवराज पाटील का राजनीतिक सफर बेहद समृद्ध और प्रभावशाली रहा है। मराठवाड़ा के लातूर से आने वाले पाटील लंबे समय तक भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। वह 1973 से 1980 तक लातूर ग्रामीण क्षेत्र से विधायक रहे। इसके बाद 1980 में लातूर लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर वे राष्ट्रीय राजनीति में पहुंचे और कई बार संसद में जनता की आवाज बने। अपने करियर के दौरान उन्होंने लोकसभा के सभापति सहित कई महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रियों के पदों की जिम्मेदारी संभाली।
साल 2008 में मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमले के समय शिवराज पाटील देश के गृह मंत्री थे। इस हमले के दौरान सुरक्षा चूक को लेकर हुए व्यापक विरोध और आलोचनाओं के बीच उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनकी इस जिम्मेदाराना पहल की उस समय व्यापक चर्चा हुई थी।
शिवराज पाटील के निधन से देश ने एक अनुभवी, शांत स्वभाव के और सिद्धांतवादी नेता को खो दिया है। उनके योगदान और कार्यशैली को भारतीय राजनीति में हमेशा याद किया जाएगा। उनकी राजनीतिक विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।