दीपावली से पहले पांच लाख छात्रों के खाते में जाएगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी बोले– जवाबदेही भी तय होगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य वर्गों के करीब पांच लाख छात्र, जिन्हें डाटा लॉक होने के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल सकी थी, अब दीपावली से पहले इसका लाभ पाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आईजीपी में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिनकी लापरवाही से छात्रों को समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिली, उनकी जवाबदेही तय की जाएगी।

छात्रवृत्ति सीधे खातों में, खत्म हुई मनमानी

सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले छात्रवृत्ति छात्रों तक नहीं पहुंचती थी, बीच में मनमानी और भेदभाव होता था। कई बार छात्रों को मार्च-अप्रैल तक इंतजार करना पड़ता था। यहां तक कि 2016 में अनुसूचित जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति ही रोक दी गई थी। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने आते ही 2016-17 और 2017-18 की लंबित स्कॉलरशिप हर पात्र छात्र को दी। आज पूरी राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे छात्रों के खातों में भेजी जाती है।

अब तक करोड़ों छात्रों को मिला लाभ

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 से 2024-25 तक अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के 1 करोड़ 23 लाख छात्रों को 9,150 करोड़ रुपये और सामान्य वर्ग के 58 लाख 90 हजार छात्रों को 5,945 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी गई है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में यह राशि बढ़कर 3,124 करोड़ रुपये हो गई है, जो वर्ष 2017-18 की तुलना में लगभग दोगुनी है।

शिक्षा और एकजुटता पर जोर

सीएम योगी ने छात्रों से कहा कि आने वाली पीढ़ी का नेतृत्व उनके हाथों में होगा। उन्हें अभी से आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “विभाजनकारी ताकतों ने कभी देश को गुलाम बनाया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का अभियान चल रहा है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम समाज को बांटने वालों से दूर रहें और हर वंचित छात्र को बेहतर शिक्षा से जोड़ें।”