नामांकन में अनुपस्थित रहे सैफई परिवार के सदस्य
नामांकन के दौरान यह आशंका थी कि सैफई परिवार से कोई उच्च स्तरीय नेता अनुजेश के साथ उपस्थित होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अनुजेश यादव के साथ उनकी मां, पूर्व विधायक उर्मिला यादव और कई अन्य मंत्री शामिल हुए। इस मौके पर उर्मिला यादव ने कहा, “रिश्ते नहीं, पार्टी ऊपर होती है। राजनीति किसी की बापौती नहीं है, समय बदलता रहता है।”
अनुजेश का चुनावी वादा
नामांकन के बाद अनुजेश यादव ने कहा कि यदि वे करहल से विधायक बनते हैं, तो घिरोर विधानसभा का पुनर्गठन करेंगे। उनका यह बयान उनके चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे वे स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
इस अवसर पर भाजपा के कई मंत्री भी मौजूद थे, जिनमें समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दुर्विजय शाक्य और मंत्री अजीत पाल शामिल थे। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने सैफई परिवार की अहमियत को देखते हुए कहा कि प्रत्याशी की बड़ी जीत होगी। करहल विधानसभा का उपचुनाव राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें सैफई परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस चुनावी मुकाबले को लेकर मतदाता की रुचि बढ़ रही है, और सभी दलों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं, और अगले कुछ हफ्तों में इस सीट पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।
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