KNEWS DESK- मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारत के पहले आधिकारिक दौरे पर दिल्ली में हैं| यहां उन्होंने आज विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की| इस बैठक में जयशंकर ने कहा- भारत-मालदीव संबंधों का विकास आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है|
जयशंकर ने ज़मीर के साथ अपनी बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, निकट और निकटतम पड़ोसियों के रूप में, हमारे संबंधों का विकास स्पष्ट रूप से आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है। जहां तक भारत का सवाल है, ये हमारी पड़ोसी प्रथम नीति और सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण के संदर्भ में व्यक्त किए गए हैं| मुझे उम्मीद है कि आज की हमारी बैठक हमें विभिन्न दृष्टिकोणों के अभिसरण को मजबूत करने में सक्षम बनाएगी|
♦️ भारत से रिश्ते सुधारने के लिए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने विदेश मंत्री को भारत भेजा #maldives #india #sjaishankar pic.twitter.com/3dfSGL1aaN
— Knews (@Knewsindia) May 9, 2024
जयशंकर ने कहा, भारत मालदीव को विकास सहायता का एक प्रमुख प्रदाता रहा है| हमारी परियोजनाओं ने आप के देश के लोगों को लाभान्वित किया है| जीवन की गुणवत्ता में योगदान दिया है| इनमें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक पहल से लेकर चिकित्सा निकासी और स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं| उन्होंने आगे कहा, हमने पहले भी अनुकूल शर्तों पर वित्तीय सहायता दी है| भारत कई मौकों पर मालदीव के लिए प्रथम प्रत्युत्तरकर्ता रहा है| हमारे सहयोग ने साझा गतिविधियों, उपकरण प्रावधान, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से आपके देश की सुरक्षा और भलाई को भी बढ़ाया है|
बता दें कि छह महीने पहले मालदीव के चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद ज़मीर माले से पहली उच्च स्तरीय यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं| वह ऐसे समय पर दिल्ली पहुंचे, जब कुछ समय पहले मालदीव ने भारतीय पर्यटकों से ज्यादा- ज्यादा संख्या में मालदीव आने का आग्रह किया|