KNEWS DESK – उद्योगपति रतन टाटा का कल रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर फैल गई है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
मोहन भागवत का बयान
मोहन भागवत ने कहा, “देश के सुप्रसिद्ध उद्योगपति श्री रतन टाटा का निधन समस्त भारतवासियों के लिए अत्यंत दुःखद है। उनके निधन से भारत ने एक अमूल्य रत्न को खोया है। भारत की विकास यात्रा में रतन टाटा का योगदान चिरस्मरणीय रहेगा। उद्योग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नई व प्रभावी पहल के साथ ही कई श्रेष्ठ मानकों को उन्होंने स्थापित किया। समाज के हितों के अनुकूल सभी प्रकार के कार्यों में उनका सतत सहयोग तथा सहभागिता बनी रही। राष्ट्र की एकात्मता व सुरक्षा की बात हो या विकास के कोई पहलू हो अथवा कार्यरत कर्मचारियों के हित का मामला हो रतन जी अपने विशिष्ट सोच व कार्य से प्रेरणादायी रहे। अनेक ऊचॉंईयो को छू लेने के पश्चात् भी उनकी सहजता एवं विनम्रता की शैली अनुकरणीय रहेगी। हम उनकी पावन स्मृतियों को विनम्र अभिवादन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करते हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें यही प्रार्थना। ”
NCPA में अंतिम दर्शन
रतन टाटा का पार्थिव शरीर आज सुबह 10 बजे से साढ़े तीन बजे तक मुंबई के नरीमन प्वाइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी आज रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और भारत सरकार की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
महाराष्ट्र में राजकीय शोक
महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा के निधन के बाद एक दिन का शोक घोषित किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि आज राज्य के सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और किसी भी प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे।