कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित, ‘राहुल गांधी बनें विपक्ष के नेता….’

KNEWS DESK- आज दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अहम बैठक हुई, जिसमें प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया गया| इस बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता के. सी. वेणुगोपाल ने कहा- कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने का अनुरोध किया है। राहुल जी संसद के अंदर इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए सबसे बेहतर शख्स हैं।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सीटों की संख्या 52 से बढ़कर 99 पर पहुंची है और लोकसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है|  ऐसा पहली बार होगा जब 2014 में सत्ता से बाहर निकाले जाने के बाद कांग्रेस को लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद मिलेगा| बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA ने 293 सीटें जीतीं और सरकार बनाने के लिए तैयार है| 2014 में सत्ता में आने के बाद यह पहली बार होगा जब BJP निचले सदन में बहुमत के बिना सरकार बनाएगी|

आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अहम बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत पार्टी के अन्य सदस्य शामिल हुए| कार्य समिति ने राहुल गांधी से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया| कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा- जिन राज्यों में हमारा प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा है, उनकी समीक्षा की जायेगी और उसके लिए एक समिति का गठन किया जाएगा| समिति समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी|

कार्य समिति में पारित प्रस्ताव में कहा गया- CWC की ये बैठक हमारे देश के लोगों को इस लोकतंत्र को बचाए रखने, इस गणतंत्र के संविधान की रक्षा करने और सामाजिक- आर्थिक न्याय को बढ़ाने के लिए इतने शक्तिशाली जनादेश के लिए बधाई प्रेषित करती है| इस देश की जनता ने पिछले एक दशक में की गई शासन की प्रकृति और शैली दोनों को निर्णायक रूप से नकार दिया है| लोकसभा चुनावों का ये जनादेश केवल प्रधानमंत्री की राजनीतिक हार है, बल्कि उनकी नैतिक हार भी है| उन्होंने अपने नाम पर जनादेश मांगते हुए झूठ, नफरत, पूर्वाग्रह, विभाजन और अत्यधिक कट्टरपंथी अभियान चलाया| यह जनादेश स्पष्ट रूप से लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं को 2014 के बाद लगातार दबाये जाने के विरुद्ध है|
प्रस्ताव में आगे कहा गया- CWC, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को पुनरुत्थान के मार्ग पर मजबूती से लाने के लिए देश के लोगों को धन्यवाद देती है| कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मजबूती से डटे रहे| इस देश के लोगों ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नई जान फूंकी है, जिसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं| पार्टी ने बेहतरीन अभियान चलाया, जिसके केंद्र में गणतंत्र के संविधान और अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के आरक्षण के अवसर के प्रावधानों की जोरदार रक्षा को रखा गया था| हमने एक स्पष्ट वैकल्पिक राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण रखा| गरीबों का हित हमारे अभियान के केंद्र में था एवं राष्ट्रव्यापी सामाजिक और आर्थिक जनगणना को हमने रेखांकित किया, जिससे सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण एवं नौजवानों व किसानों की आकांक्षाओं को संबोधित किया जा सके| आम चुनावों के नतीजे वास्तव में हमारे सामूहिक प्रयास का नतीजा है|
प्रस्ताव में ये भी कहा गया कि अंत में कांग्रेस कार्य समिति ने कांग्रेस के सकारात्मक परिवर्तन पर खुशी जाहिर करते हुए यह भी स्वीकार किया कि हमारे सामने अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं| इसमें कोई संदेह नहीं कि हम पुनर्जीवित हो चुके हैं लेकिन देश के राजनीतिक जीवन में पार्टी का जो प्रमुख स्थान था, उसे हासिल करने के लिए अभी भी हमें लंबा सफ़र तय करना है| जनता ने कांग्रेस को एक और मौका दिया| यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस अवसर का लाभ उठाएं और हम ऐसा करने के लिए दृढ़ संकल्पित प्रतिबद्धता हैं| भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सामाजिक व आर्थिक न्याय एवं संवैधानिक मूल्यों, सिद्धांतों व प्रावधानों के प्रति अपनी कटिबद्दता दोहराती है|

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