KNEWS DESK- प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनका निधन बुधवार देर रात नोएडा स्थित अपने घर पर हुआ। वे 100 वर्ष के थे। उनके योगदान को देखते हुए उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जाएगा।
राम सुतार ने भारत की कला और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। उन्होंने गुजरात में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को डिजाइन किया था। इसके अलावा, संसद परिसर में ध्यान में बैठे गांधी जी और घोड़े पर सवार छत्रपति शिवाजी की मूर्तियां भी उनके द्वारा बनाई गईं।
वे मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट एंड आर्किटेक्चर से गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके थे और अपने समय के सबसे प्रतिष्ठित मूर्तिकारों में गिने जाते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री ने लिखा कि राम सुतार जी ने अपने शानदार जीवन और काम से भारत को गौरव दिलाया। उनके काम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
हाल ही में, 14 नवंबर 2025 को उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा महाराष्ट्र भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, योगी सरकार ने राम सुतार को अयोध्या में 215 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाने का जिम्मा सौंपा था। उन्होंने पहले ही सरदार पटेल की 183 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का डिजाइन तैयार किया था। राम सुतार ने बताया कि भगवान श्रीराम की मूर्ति के दो प्रारूप सरकार को प्रस्तुत किए गए, जिनमें से पहले प्रारूप को स्वीकृति मिली है।
राम सुतार की कला ने न केवल भारत की पहचान को विश्व स्तर पर मजबूत किया, बल्कि उन्होंने देशवासियों के दिलों में अपने काम के माध्यम से अमिट छाप छोड़ी।