लाल किला धमाका: आतंकी उमर की पहली तस्वीर आई सामने, CCTV फुटेज में दिखी संदिग्ध मूवमेंट

डिजिटल डेस्क- दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण धमाके ने राजधानी को दहला दिया है। इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24 लोग घायल बताए जा रहे हैं। अब इस आतंकी हमले से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। धमाका करने वाले संदिग्ध आतंकी डॉ. मोहम्मद उमर की पहली तस्वीर सामने आई है। यही वह शख्स है जिस पर सोमवार शाम हुए ब्लास्ट को अंजाम देने का आरोप है। मंगलवार को सामने आए CCTV फुटेज में धमाके से ठीक पहले की तस्वीरें देखी जा सकती हैं। इसमें एक सफेद I-20 कार पार्किंग से निकलती दिख रही है। जांच एजेंसियों को शक है कि इसी कार में डॉ. उमर मौजूद था। फुटेज में वह काले मास्क में नजर आ रहा है और कार को सावधानी से पार्किंग से बाहर निकालते हुए देखा जा सकता है।

धमाके से पहले 3 घंटे तक कार में ही बैठा रहा संदिग्ध

बताया जा रहा है कि धमाके से पहले वह लगभग 3 घंटे तक उसी कार में बैठा रहा, और इस दौरान उसने एक बार भी गाड़ी से बाहर कदम नहीं रखा। माना जा रहा है कि वह अपने हैंडलर से हमले का संकेत मिलने का इंतजार कर रहा था। दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने जांच में पाया है कि उमर फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। इसी मॉड्यूल पर पिछले कुछ दिनों से पुलिस की नजर थी। दरअसल, फरीदाबाद से लेकर लखनऊ तक चलाए गए अभियान के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने 2900 किलो संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया था। अब माना जा रहा है कि इसी मॉड्यूल के सदस्य दिल्ली धमाके के पीछे हैं।

UAPA के तहत मामला दर्ज

धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल एनआईए, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो इस मामले की संयुक्त जांच कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम आत्मघाती हमले की आशंका को भी खारिज नहीं कर रही है। शुरुआती रिपोर्ट जल्द ही सार्वजनिक की जा सकती है, जिसमें हमले की पूरी साजिश, मॉड्यूल और संदिग्धों की भूमिका पर बड़ा खुलासा हो सकता है।

कड़ी सुरक्षा और अलर्ट जारी

धमाके के बाद दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक और इंडिया गेट जैसे इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों ने विशेष निगरानी शुरू कर दी है। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर के सीमावर्ती इलाकों में चेकिंग अभियान जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले की साजिश के सूत्रधारों तक पहुंचने का दावा किया जा सकता है।