KNEWS DESK, पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि कांग्रेस के पूर्व विधायक रवींद्र धांगेकर पार्टी छोड़ सकते हैं, और आज इस चर्चा पर मोहर लग गई। रवींद्र धांगेकर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कुछ समय से वे भगवा पहनते नजर आ रहे थे, जिससे यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे जल्द ही कांग्रेस छोड़ने वाले हैं। आज इस बात की पुष्टि हो गई, और अब ऐसा प्रतीत होता है कि वे जल्द ही एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस छोड़ने के बाद, रवींद्र धांगेकर ने पुणे में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे आज उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे, और इस मुलाकात के दौरान शिवसेना में शामिल होने की तारीख तय की जाएगी। इससे पहले रवींद्र धांगेकर ने एकनाथ शिंदे और उदय सामंत से मुलाकात की थी, जिससे यह चर्चा तेज हो गई थी कि वे कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, तब उन्होंने इस बात को नकारा किया था, लेकिन अब उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस फैसले की घोषणा की है।
रवींद्र धांगेकर ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस छोड़ने के कारणों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “मैंने पिछले 10-12 सालों से कांग्रेस पार्टी के साथ काम किया है, और इस दौरान पार्टी में कई लोगों से पारिवारिक रिश्ते बन गए हैं। पार्टी ने मुझे बहुत प्यार दिया और मेरे साथियों ने हमेशा समर्थन किया। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने मेरी मदद की, हालांकि मैं चुनाव हार गया। लेकिन पार्टी छोड़ते समय दुखी होने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि अब कार्यकर्ताओं की आवाज़ सुनी नहीं जा रही थी।”
रवींद्र धांगेकर ने आगे कहा कि वे लंबे समय से कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे, और उन्होंने महसूस किया कि बिना सत्ता के कोई भी आम आदमी को न्याय नहीं दे सकता। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा आम जनता के लिए काम किया है, लेकिन जब सत्ता नहीं होती, तो काम करना मुश्किल हो जाता है। मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें बताया कि मैं उनके साथ काम करना चाहता हूं।”
रवींद्र धांगेकर ने यह भी बताया कि वे उदय सामंत से भी मिले थे, जिन्होंने उन्हें शिवसेना में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। इस मुलाकात के बाद उन्हें एहसास हुआ कि सत्ता के बिना काम करना मुश्किल है, और इसलिए उन्होंने एकनाथ शिंदे के साथ काम करने का फैसला लिया। रवींद्र धांगेकर ने कहा कि वे शाम 7 बजे एकनाथ शिंदे से मिलेंगे, और उस मुलाकात के बाद किसी निर्णय पर पहुंचेंगे।
रवींद्र धांगेकर का कांग्रेस से इस्तीफा और शिवसेना में शामिल होने की योजना, महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है। अब उनकी मुलाकात एकनाथ शिंदे से इस बात का संकेत दे रही है कि वे जल्द ही शिवसेना गुट में शामिल हो सकते हैं, जो कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।