KNEWS DESK – भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे और लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन के बाद देशभर में शोक की लहर है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। RSS ने कहा कि मनमोहन सिंह ने देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित किया और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। संघ ने उनके परिवार और उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को किया याद
बता दें कि मनमोहन सिंह ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल के दौरान देश ने कई ऐतिहासिक परिवर्तन देखे। RSS ने कहा कि, ‘उनका निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है। वे भारतीय राजनीति के एक अहम शख्सियत थे जिन्होंने आर्थिक सुधारों के जरिए देश को नई दिशा दी।’
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली के राजघाट के पास किया जाएगा। उनके परिवार के सदस्य, खासकर उनकी बेटी का अमेरिका से लौटने का इंतजार किया जा रहा है, ताकि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की जा सके। कांग्रेस पार्टी ने भी उनके सम्मान में सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, और उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
पूर्व पीएम के योगदान की सराहना
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की। 1991 में उन्होंने देश को आर्थिक संकट से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्रधानमंत्री के रूप में सूचना क्रांति, मनरेगा, किसानों की कर्जमाफी, और शिक्षा के अधिकार जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी साख मजबूत की और देश की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी।
देश में 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक
मनमोहन सिंह के निधन के बाद सरकार ने 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।