KNEWS DESK- अयोध्या में चल रहे महाकुंभ के दौरान रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। महाकुंभ के 45 दिनों में लगभग तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए हैं, और इस दौरान उनका दिल खोलकर दान भी किया है। श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न माध्यमों से रामलला को 20 करोड़ रुपये का दान अर्पित किया गया है।
इन 45 दिनों में रामलला को मिलने वाले दान का आंकड़ा 20 करोड़ तक पहुंचने के साथ, जनवरी और फरवरी में कुल दान राशि 26.89 करोड़ रुपये रही। इनमें से 57 लाख रुपये का दान विदेशी श्रद्धालुओं द्वारा दिया गया है। यह दान महाकुंभ के समय में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या और उनके श्रद्धा भाव का प्रतीक है।
महाकुंभ ने अयोध्या की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर डाला है। इस धार्मिक आयोजन ने अयोध्या में करीब 2500 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है। छोटे और स्थानीय रोजगारों के माध्यम से अयोध्या के लोग भी अच्छी कमाई कर रहे हैं, जो इस आयोजन से जुड़े व्यापार और सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कई व्यवस्थाओं में बदलाव किए। रोजाना तीन से चार लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन-पूजन के लिए मंदिर पहुंच रहे थे, जिसके चलते मंदिर को 18 से 19 घंटे तक खोला जाता था। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने दान पात्रों की संख्या छह से बढ़ाकर 34 कर दी थी, जिससे दान की राशि में भी वृद्धि हुई।
राम मंदिर ट्रस्ट की आय में निरंतर इजाफा हो रहा है। 2023-24 में राम मंदिर ट्रस्ट को 376 करोड़ रुपये की आय हुई थी, जबकि इस साल जनवरी और फरवरी में ही ट्रस्ट को 26.89 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हो चुकी है। जनवरी में 11.56 करोड़ रुपये और फरवरी में 15.33 करोड़ रुपये का दान रामलला को प्राप्त हुआ है।
महाकुंभ के इस दौर ने न केवल रामलला के मंदिर को आर्थिक दृष्टि से मजबूती दी है, बल्कि अयोध्या की विकास की दिशा में भी एक नया कदम साबित हुआ है।
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