KNEWSDESK- पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव के लिए टोंक से अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मीडिया से कई मुद्दों पर बातचीत की, लेकिन एक जवाब जो सुर्खियों में बना है, जब एक पत्रकार ने सचिन पायलट से सवाल किया कि क्या अभी भी आपके और गहलोत के बीच मतभेद है। इस सवाल का जवाब देते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। कैसे कांग्रेस को फिर से बहुमत में लेकर आएं। इसके बाद पेपर लीक के मामले पर भी जवाब दिया।
सचिन पायलट ने कहा कि साल 2013 में कांग्रेस 21 पर सिमट गई थी । इसके बाद हम सबने मेहनत की और हमारी सरकार आई । हमारी जिम्मेदारी है कि फिर से सरकार बने और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी। केंद्र ने मदद नहीं की, लेकिन सरकार ने विकास किया । सचिन पायलट अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री वाले बयान पर कहा कि सीएम का पद उन्हें नहीं छोड़ रहा। हमें पद खुद के लिए नहीं पार्टी के लिए चाहिए होता है ताकि लोगों के लिए काम कर सकें। कौन किस पद पर बैठेगा। ये विधायक और नेतृत्व तय करेगा।
ईडी के छापे राजनीति से प्रेरित
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पेपर लीक और ईडी के मामले में बात करते हुए कहा कि ये युवाओं का मुद्दा है। हमारे आंदोलन के बाद सरकार ने पेपर लीक के मामले में उम्र कैद का कानून बनाया। ईडी के छापे राजनीति से प्रेरित हैं। बीजेपी हार बर्दाश्त नहीं कर पा रही। गहलोत के मतभेद पर जवाब देते हुए कहा कि मुझसे राहुल गांधी , मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा । सचिन पायलट सब भूल जाओ, माफ करो और आगे बढ़ो। हम सब आगे बढ़ चुके हैं और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
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