KNEWS DESK- राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी अब प्रत्याशियों की लिस्ट घोषित करने में क्यों देरी कर रही है ? इस बात की चर्चा यहां पर होने लगी है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले यहां पर कांग्रेस के नेता कहते हुए पाए जा रहे थे कि इस बार राजस्थान में सबसे पहले कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करेगी मगर अब उसे देरी के रूप में देखा जा रहा है।
एक और सर्वे की तैयारी में कांग्रेस
यहां पर कांग्रेस पार्टी और सरकार के द्वारा कई सर्वे कराये जा चुके हैं मगर कांग्रेस का आलाकमान उनसे संतुष्ट नहीं दिख रहा है। इस वजह से अब एक और सर्वे हो रहा है। यह सीधे आलाकमान को रिपोर्ट करेगा। सूत्र की मानें तो इसके पहले जो सर्वे हुए हैं उसमें जमीनी बात सामने न आने की बात बताई जा रही है क्योंकि, सभी सर्वे में अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं इसलिए ये सर्वे बेहद ख़ास हो गया है और यह सर्वे लगभग-लगभग पूरा होने की ओर है।
राहुल और खड़गे की सभा के बाद बदला माहौल
राजस्थान में कांग्रेस सबकुछ बेहतर मान कर चल रही थी मगर, पिछले दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गाँधी का जयपुर में दौरा हुआ। उस दिन जो भीड़ आई उससे पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। इसके बाद से जो रिपोर्ट आलाकमान को गई है उससे पार्टी में मंथन और चिन्तन दोनों तेजी से हो रहा है। राहुल गांधी की जो सभा हुई उसके बाद से एक और सर्वे के लिए एजेन्सी को उतार दिया गया। अब तक के हुए सर्वे और इस सर्वे के बाद से ही नाम फाइनल किये जायेंगे।
आलाकमान ने दिया सन्देश
राजस्थान के चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान बेहद गंभीर है। इसलिए पार्टी प्रत्याशियों के चयन में किसी की शिफारिश भी नहीं ली जा रही है। सबकुछ सर्वे पर टिका हुआ है। यह सर्वे बेहद ख़ास है। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कह दिया था कि दो महीने पहले टिकट दिए जायेंगे वहीं अब हो रही देरी से ‘खलबली’ मची हुई है. सर्वे पर सर्वे होते चले जा रहे हैं मगर तस्वीर साफ़ न होने से पार्टी में भी चर्चा का विषय है। इसी बीच आलाकमान ने साफ़ संदेश दिया है कि दो बार के हारे प्रत्याशियों को हर हाल में टिकट न दिया जाय। वहां पर मजबूत और उस क्षेत्र का चर्चित नया चेहरा उतारा जाय. इस लाइन पर सर्वे एजेंसी की रिपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण हो जायेगी. अक्टूबर में लिस्ट जारी हो सकेगी।