राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, युवाओं के रोजगार के लिए तकनीकी कौशल की जरूरत, ड्रोन की प्रौद्योगिकी पर दिया बयान

KNEWS DESK-  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में युवा प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन उन्हें रोजगार देने के लिए नई तकनीकों में औद्योगिक कौशल विकसित करने की आवश्यकता है। राहुल गांधी ने यह भी जोर दिया कि इसके लिए मजबूत उत्पादन आधार की आवश्यकता है, न कि सिर्फ खोखले शब्दों की।

राहुल गांधी ने युवाओं के लिए अवसर सृजन की बात करते हुए कहा, “भारत के युवाओं के लिए यह समय है कि वे आगे आएं और यह सुनिश्चित करें कि भारत पीछे न छूटे।” उनका यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब देश में रोजगार की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं।

राहुल गांधी ने अपने बयान में वर्तमान युद्ध क्षेत्र और अन्य जगहों पर ड्रोन की उपयोगिता का भी उल्लेख किया। उन्होंने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्रांति को समझने में विफल रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ड्रोन और उससे जुड़ी प्रौद्योगिकी पर एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया, जिसमें उन्होंने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की।

ड्रोन: संचार और युद्ध में क्रांति

राहुल गांधी ने कहा, “ड्रोन ने संचार के लिए बैटरी, मोटर और ऑप्टिक्स के संयोजन से युद्ध के क्षेत्र में क्रांति ला दी है।” उन्होंने यह भी कहा कि ड्रोन केवल एक प्रौद्योगिकी नहीं हैं, बल्कि यह एक मजबूत औद्योगिक प्रणाली द्वारा संचालित निचले स्तर के नवाचार हैं, जिन्होंने युद्ध क्षेत्र को पूरी तरह से बदल दिया है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ड्रोन की वजह से पारंपरिक सैन्य उपकरण जैसे टैंक, तोपखाने और विमान वाहक अब कम प्रासंगिक हो गए हैं। उनका मानना है कि यह तकनीकी बदलाव देश की रक्षा क्षमता के साथ-साथ औद्योगिक विकास को भी प्रभावित कर सकता है, और इसे अधिक गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

राहुल गांधी के बयान ने एक बार फिर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया है, खासकर रोजगार सृजन और नई तकनीकों के उपयोग के मामले में। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को ड्रोन और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों की महत्ता को समझकर उन्हें भारत के विकास में शामिल करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को रोजगार और अवसर देने के लिए अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।

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