जर्मनी में BMW प्लांट पहुंचे राहुल गांधी, भारतीय इंजीनियरिंग पर जताया गर्व, मैन्युफैक्चरिंग गिरावट पर चिंता

डिजिटल डेस्क- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इन दिनों पांच दिनों के जर्मनी दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने म्यूनिख स्थित विश्व प्रसिद्ध BMW मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और BMW वेल्ट का दौरा किया। गाइडेड टूर के दौरान राहुल गांधी ने जर्मनी की अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग तकनीक को करीब से देखा और इसे “वर्ल्ड-क्लास” बताया। उन्होंने विदेशी धरती पर भारतीय इंजीनियरिंग को देखकर गर्व जताया, लेकिन साथ ही भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आ रही गिरावट पर गहरी चिंता भी व्यक्त की। BMW प्लांट के दौरे के बाद राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें म्यूनिख में BMW की दुनिया को समझने और मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया को नजदीक से देखने का शानदार मौका मिला। उन्होंने खास तौर पर TVS की 450cc मोटरसाइकिल का जिक्र किया, जिसे BMW के साथ पार्टनरशिप में तैयार किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि यह देखकर गर्व महसूस हुआ कि भारतीय इंजीनियरिंग वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रही है और जर्मनी जैसे देश में भारतीय तकनीक को सम्मान मिल रहा है।

देश को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर उत्पादन की जरूरत- राहुल गांधी

हालांकि, उन्होंने इस दौरे के दौरान भारत की आंतरिक स्थिति पर भी सवाल उठाए। राहुल गांधी ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग किसी भी मजबूत अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, लेकिन दुर्भाग्य से भारत में यह सेक्टर लगातार कमजोर हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए बेहतर मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम, मजबूत सप्लाई चेन और उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियों का निर्माण जरूरी है। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि अगर भारत को ग्लोबल इकॉनमी में अपनी स्थिति मजबूत करनी है, तो केवल सर्विस सेक्टर पर निर्भर रहना काफी नहीं होगा। मैन्युफैक्चरिंग में निवेश, स्किल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के जरिए ही देश में रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जर्मनी जैसे देशों से सीख लेकर भारत को अपनी नीतियों में सुधार करना चाहिए।

राहुल के जर्मनी दौरे को लेकर भाजपा ने उठाए सवाल

राहुल गांधी का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब संसद का विंटर सेशन चल रहा है। इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी को “नॉन-सीरियस पॉलिटिशियन” बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि संसद सत्र के बीच विदेश यात्रा करना जिम्मेदार विपक्षी नेता के अनुरूप नहीं है। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार किया है। कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लंबे विदेशी दौरों का हवाला देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल का बड़ा हिस्सा विदेश यात्राओं में बिताया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधे से ज्यादा कार्यकाल में विदेश दौरों पर समय बिताया है, ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा पर सवाल उठाना दोहरा मापदंड है।

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