KNEWS DESK- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार यानी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की| इस दौरान उन्होंने मोदी पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह काल्पनिक एग्जिट पोल के जरिए किए गए सबसे बड़े शेयर बाजार घोटाले में सीधे तौर पर शामिल हैं| उन्होंने इसकी जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की|
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह भी कहा कि 13 मई को गृह मंत्री कहते हैं कि 4 जून से पहले शेयर खरीद लें| यह खुदरा निवेशकों को शेयर खरीदने का स्पष्ट संकेत है| 19 मई को पहली बार और फिर 28 मई तक बार-बार प्रधानमंत्री कहते हैं कि 4 जून को शेयर बाजार रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है| अंत में 1 जून को पूरी तरह से काल्पनिक एग्जिट पोल जारी किए जाते हैं, निवेशकों को पूरी तरह से गलत धारणा दी जाती है और 3 जून को शेयर बाजार सभी रिकॉर्ड तोड़ देता है| फिर 4 जून को गिर जाता है, जिसने भी लाभ कमाया है, उसने शेयर बाजार के बढ़ने और गिरने पर भी लाभ कमाया है|
उन्होंने आगे कहा- हम प्रधानमंत्री की भूमिका, गृह मंत्री की भूमिका, भाजपा के सदस्यों और उन लोगों को भी जिन्होंने ये बड़े एग्जिट पोल किए हैं| हमें यह भी समझना होगा कि ये विदेशी निवेशक कौन हैं, जिन्होंने यह व्यापार किया| इसलिए हमें इसकी जांच की जरूरत है| खुदरा निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवाए, यह शेयर बाजार का सबसे बड़ा घोटाला है|
राहुल गांधी ने कहा, हमें पूरा यकीन है कि यह एक घोटाला है, किसी ने भारतीय खुदरा निवेशकों की कीमत पर हजारों करोड़ रुपये कमाए हैं और प्रधानमंत्री- गृह मंत्री ने खरीदने का संकेत दिया है| यह एक आपराधिक कृत्य है| हम इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग करते हैं|