KNEWS DESK- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार यानि आज बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित किया| इस दौरान उन्होंने भाजपा-आरएसएस गठबंधन और मुट्ठी भर अरबपतियों पर लोकतंत्र और देश के संविधान के लिए खतरा पैदा करने का आरोप लगाया|
रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार के साथ तुलना करते हुए दावा किया कि नरेंद्र मोदी शासन के तहत माफ किए गए ऋण की राशि हमारे द्वारा माफ किए गए किसानों के ऋण से 25 गुना अधिक थी| मैं आपको कुछ चौंकाने वाले आंकड़ें देना चाहूंगा| देश में 22 लोग ऐसे हैं, जिनके पास 70 करोड़ लोगों की संपत्ति के बराबर संपत्ति है| उन्होंने दावा किया, देश में 70 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो प्रतिदिन 100 रुपये से कम पर गुजारा कर रहे हैं| उन्होंने कहा- कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया ब्लॉक गरीब लोगों के बीच धन वितरित करने के लिए प्रतिबद्ध है|
कांग्रेस नेता ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, भारतीय गुट चुनावों को लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई के रूप में मान रहा है| देश के गरीबों, दलितों और आदिवासियों को जो कुछ भी मिला है, वह संविधान के कारण है लेकिन संविधान बीजेपी-आरएसएस गठबंधन और उनके पसंदीदा चार या पांच अरबपतियों से खतरे में है| कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया- अगर वे संविधान को खत्म करने में सफल हो जाते हैं, तो गरीबों और वंचितों के पास जो कुछ भी है, उन्होंने अब तक जो भी प्रगति की है, वह सब खत्म हो जाएगा|
उन्होंने भाजपा के दावों का मज़ाक उड़ाया कि वह अपने दम पर 370 से अधिक सीटें जीतेगी और सहयोगियों के साथ 400 से अधिक सीटें हासिल करेगी| राहुल गांधी ने आगे कहा, वे अजीबोगरीब दावे करते हैं लेकिन मैं आपको बता दूं कि वे 150 सीटें पार नहीं करने जा रहे हैं|