रायबरेली: बरेली हिंसा पर स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान — बोले, “यह भाजपा की साजिश, सरकार कर रही जाति विशेष को संरक्षण”

डिजिटल डेस्क- अखिल भारतीय जनता पार्टी (AJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को बरेली हिंसा और प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। लखनऊ से गौरीगंज जाते समय रायबरेली में रुककर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बरेली की घटना भाजपा की सुनियोजित साजिश के तहत कराई गई, ताकि हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद जैसे मुद्दों को जिंदा रखा जा सके और लोगों का ध्यान असली समस्याओं से भटकाया जा सके।

बुलडोजर चलवाना दुर्भावना पूर्ण और एकतरफा कार्रवाई- स्वामी प्रसाद मौर्य

मौर्य ने कहा कि बरेली में मुस्लिमों के घरों पर बुलडोजर चलवाना “दुर्भावना पूर्ण और एकतरफा कार्रवाई” है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर बुलडोजर चलाना ही है, तो फिर फतेहपुर और बहराइच की घटनाओं में ऐसा क्यों नहीं हुआ, जहां खुलेआम हिंदू संगठनों के लोगों ने उत्पात मचाया था। उन्होंने कहा, “बरेली में एक वर्ग को निशाना बनाकर सरकार अपनी नाकामी छिपाना चाहती है। जबकि फतेहपुर में भीड़ ने सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और बहराइच में दंगे जैसी स्थिति पैदा की, फिर भी वहां किसी के घर पर बुलडोजर नहीं चला।”

सांसद रामजीलाल सुमन के घर हुए हमले का भी किया जिक्र

पूर्व मंत्री ने समाजवादी पार्टी सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हुए हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “सुमन जी के घर पर जाति विशेष के लोगों ने हमला किया था, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। सवाल यह है कि ऐसे लोगों के घरों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलता? क्या कानून केवल एक वर्ग के लिए है?”

उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर- स्वामी प्रसाद मौर्य

मौर्य ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि पुलिस आम नागरिकों को परेशान करने में लगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार “जाति विशेष को खुला संरक्षण” दे रही है और इसी वजह से प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, “सरकार अपराध रोकने में नाकाम है और समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटने में लगी है। बरेली की घटना इसका ताजा उदाहरण है, जहां प्रशासन ने निष्पक्षता की जगह राजनीतिक आदेशों पर कार्रवाई की।”