द स्पोर्ट्स हब को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए पुलेला गोपीचंद, बोले – टीएसएच जैसा माडल देश भर में लागू होना चाहिए

कानपुर। देश के जाने-माने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी व प्रशिक्षक पदम भूषण और पदम श्री अवार्ड से सम्मानित पुलेला गोपीचंद द स्पोर्ट्स हब में खेल सुविधाओं को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए । उन्होंने कहा कानपुर में द स्पोर्ट्स हब जैसा स्पोर्ट्स कंपलेक्स विकसित हो जाने के बाद निश्चित रूप से यहां से खेल प्रतिभाएं निकलेंगी। इस बीच उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत में और उत्तर प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है।

द स्पोर्ट्स हब पहुंचने पर पुलेला गोपीचंद का यहां गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। यहां आने के बाद उन्होंने द स्पोर्ट्स हब के प्रशिक्षकों से परिचय प्राप्त करने के बाद प्रबंध निदेशक पीयूष अग्रवाल और निदेशक प्रणीत व प्रणव अग्रवाल के साथ द स्पोर्ट्स हब का निरीक्षण किया। अपनी दो दिवसीय पाठशाला के पहले दिन उन्होंने द स्पोर्ट्स हब गुरुकुल एकेडमी के ट्रेनी खिलाड़ियों को बैडमिंटन के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।

उन्होंने कहा कि टीएसएच जैसा स्पोर्ट्स मॉडल देशभर में लागू होना चाहिए । यह एक सराहनीय पहल है और इस पहल की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम होगी। इधर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलेला गोपीचंद ने कहा कि देश और उत्तर प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है । कहा कि भारत के परिणाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय है । भारत ने थॉमस कप जीतकर पूरी दुनिया में अपनी धाक को कायम किया है । उन्होंने कहा कि एक सिस्टम बनाए जाने की आवश्यकता है। इस सिस्टम के बाद और ज्यादा प्रतिभाएं उभर कर सामने आएंगी । उन्होंने कहा कि बैडमिंटन के खिलाड़ियों को और ज्यादा पब्लिसिटी मिलनी चाहिए। पब्लीसिटी ना होने के कारण खिलाड़ियों के नाम उभर कर सामने नहीं आ पाते हैं। पुलेला गोपीचंद ने कहा कि पिछले 10 सालों में सरकारों का बैडमिंटन का स्तर उठाने में महावपूर्ण्य योगदान रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में जाने से पहले और खिलाड़ियों की लौटने के बाद वह उनसे मिलते हैं, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है ।

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