उत्तर प्रदेश और दिल्ली में महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सार्वजनिक अवकाश, पूरे प्रदेश में भक्ति और संस्कृति का आयोजन

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर 7 अक्टूबर को पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। यह निर्णय इस दिन को सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व देने के उद्देश्य से लिया गया है। इस अवकाश के तहत सभी सरकारी कार्यालय, शैक्षिक संस्थान, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणा महर्षि वाल्मीकि की महान विरासत और उनके योगदान को श्रद्धांजलि स्वरूप की है। राज्य सरकार ने इस दिन को भक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के संगम के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक साथ भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हर जिले के लिए ₹1 लाख का बजट, कुल मिलाकर ₹75 लाख, इन आयोजनों के लिए स्वीकृत किया गया है। यह धनराशि कलाकारों के मानदेय और कार्यक्रम के सफल संचालन पर खर्च की जाएगी।

लालापुर, चित्रकूट – महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली में वृहद कार्यक्रम

राजापुर, चित्रकूट – तुलसीदास आश्रम

बिठूर (कानपुर) – वाल्मीकि आश्रम

श्रावस्ती, अयोध्या, प्रयागराज – प्रमुख धार्मिक स्थलों पर आयोजन

इन स्थलों पर रामचरितमानस पाठ, अखंड रामायण, सुंदरकांड, भजन-कीर्तन और लोक संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कार्यक्रमों का संचालन करेंगे। जनता की भागीदारी को प्राथमिकता देते हुए आम लोगों को भी इन कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि राजधानी में भी धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों की योजना बनाई गई है। दिल्ली के सभी सरकारी विभाग, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।