KNEWS DESK- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय स्नातकोत्तर ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया जाएगा। सीबीआई की सीएफएसएल टीम इस टेस्ट के लिए कोलकाता पहुंच चुकी है। यह परीक्षण संजय रॉय की मानसिक स्थिति का आकलन करने के लिए किया जा रहा है, ताकि बलात्कार और हत्या के पीछे के संभावित कारणों का पता लगाया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, संजय रॉय के मोबाइल फोन से कई आपत्तिजनक सामग्री और पॉर्न वीडियो बरामद की गई हैं। इन वीडियोज की पृष्ठभूमि में आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य और संभावित पूर्व अपराधों की जांच की जा रही है। सीबीआई अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या संजय रॉय ने इससे पहले भी किसी अपराध को अंजाम दिया है। साइकोलॉजिकल टेस्ट के दौरान संजय रॉय की मानसिक और भावनात्मक स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा, जो इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है।
साइकोलॉजिकल टेस्ट की प्रक्रिया
साइकोलॉजिकल टेस्ट एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य किसी व्यक्ति के मानसिक, भावनात्मक और व्यवहार संबंधी गुणों का आकलन करना है। इस परीक्षण के दौरान, व्यक्ति को विभिन्न मानसिक उत्तेजनाओं जैसे स्याही के धब्बे या चित्र दिखाए जाते हैं, जिनके माध्यम से उसके अचेतन मन के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है। यह परीक्षण यह जानने में मदद करता है कि व्यक्ति की मानसिक स्थिति सामान्य है या उसमें किसी प्रकार की विकृति है।
9 अगस्त को, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय स्नातकोत्तर ट्रेनी डॉक्टर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने गंभीर सुरक्षा खामियों और संबंधित अधिकारियों की निष्क्रियता को उजागर किया। इस मामले के बाद स्थानीय पुलिस की कोई ठोस प्रगति न होने पर, सार्वजनिक विरोध के बाद, कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया। सीबीआई अब मामले की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही सचाई सामने आएगी।
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