बरेली में विरोध प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप, 22 पुलिसकर्मी घायल, मौलाना तौकीर रजा की गैरहाज़िरी में भड़की भीड़

KNEWS DESK- शुक्रवार को बरेली में “आई लव मोहम्मद” अभियान के समर्थन में बुलाया गया विरोध-प्रदर्शन अचानक हिंसक रूप ले गया। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के आह्वान पर जुटी भीड़ उनकी गैरमौजूदगी से बेकाबू हो गई और शहर के कई इलाकों में जमकर तोड़फोड़, पथराव और फायरिंग की घटनाएं सामने आईं। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस, लाठीचार्ज और भारी पुलिस बल की तैनाती की।

मौलाना तौकीर रजा ने 19 सितंबर को ऐलान किया था कि 27 सितंबर को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में एक विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा और बाद में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा जाएगा। लेकिन जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी।

गुरुवार रात को एक पत्र सार्वजनिक हुआ जिसमें कार्यक्रम स्थगित करने की बात कही गई थी। हालांकि, शुक्रवार सुबह मौलाना ने एक वीडियो जारी कर इस पत्र को फर्जी बताया और कहा कि विरोध-प्रदर्शन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।

दोपहर बाद तक भीड़ इस्लामिया मैदान और आसपास के इलाकों में जुट चुकी थी, लेकिन अपराह्न 3:30 बजे तक मौलाना तौकीर रजा मौके पर नहीं पहुंचे। उनकी गैरमौजूदगी से नाराज समर्थक उग्र हो गए और हंगामा शुरू हो गया। नौमहला मस्जिद पर नारेबाज़ी हुई। बिहारीपुर, श्यामगंज, नावल्टी चौराहा, और खलील स्कूल तिराहा हिंसा के केंद्र बने। भीड़ ने दुकानों के शीशे तोड़े, वाहनों में तोड़फोड़ की और सड़कों पर पथराव किया। श्यामगंज में फायरिंग की भी सूचना है।

स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। डीआईजी अजय कुमार साहनी और एसपी सिटी मानुष पारीक ने खुद मौके पर पहुंचकर हालात संभाले।