KNEWS DESK- कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने केरल के वायनाड से उपचुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद आज संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। प्रियंका गांधी जब संसद भवन में पद और गोपनीयता की शपथ ले रही थीं, तो उनके परिवार के कई सदस्य उनके साथ थे। उनके भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर संसद में मौजूद थे। प्रियंका की शपथ के समय उनके बच्चे, रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा भी संसद भवन पहुंचे थे, और यह गांधी परिवार के लिए एक ऐतिहासिक पल था।
प्रियंका गांधी का शपथ ग्रहण समारोह
प्रियंका गांधी वाड्रा, जो वायनाड उपचुनाव में राहुल गांधी के बाद इस सीट से जीत कर आई हैं, ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सामने शपथ ली। प्रियंका हाथ में संविधान की किताब लेकर शपथ लेने के लिए पहुंचीं। शपथ लेने से पहले, उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ खुशी का इज़हार किया और कहा, “मैं बहुत खुश हूं।” यह उनके राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण कदम था, और उनकी इस जीत ने गांधी परिवार की संसद में एक और मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित की है।
प्रियंका की ऐतिहासिक जीत
वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने सीपीआई के उम्मीदवार सत्यम मोकेरी को हराया था। प्रियंका को 6 लाख 22 हजार 338 वोट मिले, जबकि मोकेरी को 2 लाख 11 हजार 407 वोट हासिल हुए। इस उपचुनाव में बीजेपी तीसरे स्थान पर रही, और नव्या हरिदास ने 1 लाख 99 हजार 939 वोटों के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रियंका गांधी की जीत ने यह सिद्ध कर दिया कि वायनाड सीट कांग्रेस पार्टी के लिए एक मजबूत गढ़ बन चुका है, जिसे कोई भी पार्टी चुनौती नहीं दे पा रही है।
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रियंका गांधी की जीत के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रियंका की जीत पर खुशी जताई और कहा, “मैं बहुत खुश हूं क्योंकि हमने उनके लिए प्रचार किया था। मुझे खुशी है कि वह जीत गईं। जैसा कि आप देख सकते हैं, उन्होंने केरल की पारंपरिक साड़ी पहनी हुई है, जो उनके इस चुनाव में जुड़ी संस्कृति और परंपरा को दर्शाता है।”
गांधी परिवार का संसद में महत्वपूर्ण स्थान
प्रियंका गांधी के शपथ ग्रहण के साथ, गांधी परिवार की संसद में तीन सदस्य अब सक्रिय रूप से कार्यरत होंगे। उनके भाई राहुल गांधी पहले ही लोकसभा के सदस्य हैं, जबकि उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा में कांग्रेस की सदस्य हैं। प्रियंका का संसद में प्रवेश कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि उनका यह कदम पार्टी को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान कर सकता है।
प्रियंका गांधी के शपथ ग्रहण से यह साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व की नई लहर आ रही है, और गांधी परिवार के नेतृत्व में पार्टी को आने वाले समय में और अधिक मजबूती मिल सकती है।
ये भी पढ़ें- प्रसन्नता है कि 60 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये- मुख्यमंत्री मोहन यादव