प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) 2025 का किया शुभारंभ, रूस बना भागीदार देश

KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) के तीसरे संस्करण का भव्य शुभारंभ किया। यह पांच दिवसीय मेगा ट्रेड शो 25 से 29 सितंबर तक इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित हो रहा है। इस आयोजन में उत्तर प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया जा रहा है। इस मेले का उद्देश्य केवल निवेश और व्यापार को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर एक मजबूत ब्रांड के रूप में स्थापित करना भी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन के दौरान कहा कि यह ट्रेड शो ‘मेक इन इंडिया’ की भावना को सशक्त करने और देश को आत्मनिर्भर बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, “हम चिप से लेकर शिप तक भारत में ही बनाना चाहते हैं और किसी भी वस्तु के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहते।” पीएम ने विकसित भारत 2047 के विजन को लेकर आगे बढ़ने की बात भी कही और बताया कि इस बार के इंटरनेशनल ट्रेड शो में रूस भारत का साझेदार देश है।

ट्रेड शो के हॉल नंबर-9 में ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ODOP) पवेलियन का आयोजन किया गया है, जिसमें 343 स्टॉल लगे हैं। हर जिले का एक प्रमुख उत्पाद यहां प्रदर्शित किया जा रहा है, जैसे भदोही का कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद का मेटलवेयर और सहारनपुर की नक्काशी। यह पवेलियन स्थानीय शिल्प और हस्तकला को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ स्टार्टअप्स, डिजाइनरों और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए नेटवर्किंग और व्यापार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।

इस साल के ट्रेड शो में रूस को भागीदार देश बनाया गया है। 26 सितंबर को रूस-इंडिया बिजनेस डायलॉग आयोजित होगा, जिसमें दोनों देशों के उद्योगपति, वित्तीय संस्थान, बीमा कंपनियां, शिक्षा क्षेत्र और सरकारी नीति निर्माता एक साझा मंच पर मिलेंगे। यह पहल उत्तर प्रदेश के उद्योगों और कारोबारियों के लिए नए अवसर और सहयोग के द्वार खोलेगी।

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के पहले संस्करण का उद्घाटन 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया था, जबकि दूसरे संस्करण का शुभारंभ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। पहले दो संस्करणों में प्रदर्शकों, विदेशी खरीदारों और विजिटर्स की संख्या लगातार बढ़ती रही है। पहले संस्करण में लगभग 2,000 प्रदर्शक और 400 विदेशी खरीदार शामिल हुए थे, जबकि दूसरे संस्करण में प्रदर्शक संख्या 2,000 से अधिक और विदेशी खरीदार 350 थे। इसके अलावा पांच लाख से ज्यादा विजिटर्स भी इस मेले का हिस्सा बने। पिछले आयोजन के दौरान 2,200 करोड़ रुपये से अधिक के निर्यात ऑर्डर हुए थे, जिसने यूपीआईटीएस को निवेश और निर्यात के केंद्र के रूप में स्थापित किया।

तीसरे संस्करण में 2,500 से ज्यादा प्रदर्शकों, 500 विदेशी खरीदारों और पांच लाख से अधिक विजिटर्स के आने की उम्मीद जताई जा रही है। यह आयोजन न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि भारत के वैश्विक व्यापार क्षेत्र में प्रभाव को भी बढ़ावा देगा।