KNEWS DESK- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में जमीनी स्तर पर बदलाव लाने वाले 15 युवाओं के एक समूह से मुलाकात की। ये युवा विभिन्न राज्यों से हैं और उनके द्वारा चलाए जा रहे अभिनव प्रोजेक्ट सामाजिक परिवर्तन और सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ओडिशा, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों के ये नवप्रवर्तक जनजातीय क्षेत्रों, टियर 2 और टियर 3 शहरों के ग्रामीण समुदायों में काम कर रहे हैं। उनका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों का समाधान करना है, जिसमें स्थिरता, समावेशन और सामाजिक उत्थान जैसे मुद्दे शामिल हैं।
इन युवा नवप्रवर्तकों ने राष्ट्रपति के सामने अपनी परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया, जो ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रोजेक्ट्स निम्नलिखित हैं:
- मनल मुनीर (21), तेलंगाना: इंटेलीनेक्सा प्रोजेक्ट की संस्थापक, मनल ने एआर/वीआर का इस्तेमाल दिखाया, जिसका उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना और राज्य के कम पहचान वाले स्थानों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- अनिरुद्ध चिंता (16), प्रोजेक्ट दृष्टि: अनिरुद्ध ने एक सॉफ्टवेयर प्रस्तुत किया, जो शैक्षिक पुस्तकों को ब्रेल में परिवर्तित करता है। इस प्रोजेक्ट से अब तक 8-10 गैर सरकारी संगठनों को लाभ हुआ है।
- आदित्य विक्रम (18) और फगुन भूटानी (14), विजन ग्लासेस: इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य आंखों के हाव-भाव को बोली में परिवर्तित करना है, जिससे 2,000 से अधिक बोलने में असमर्थ लोग संवाद कर पाए हैं।
- श्रेय मुथुकुमार (17), द मोगली मूवमेंट: श्रेया ने अपनी परियोजना के बारे में जानकारी दी, जिसमें वन समुदायों को सौर लैंप प्रदान किया जाता है और उन्हें स्वच्छ ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण के बारे में शिक्षित किया जाता है।
अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को मिल रहा समर्थन
इन युवाओं की बैठक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ उनके कार्यों को मान्यता देने का एक अहम कदम है। 1एम1बी के संस्थापक मानव सुबोध ने इस अवसर पर कहा कि उनका उद्देश्य अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को उपकरण, मार्गदर्शन और मंच प्रदान करना है ताकि वे समुदायों का उत्थान कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि केवल कौशल और डिग्री से ही सफलता नहीं मिलती, बल्कि सामुदायिक विकास की शक्ति भी महत्वपूर्ण है।
ये युवा अपनी परियोजनाओं के माध्यम से देशभर के शहरों और गांवों में लाखों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उनका लक्ष्य स्थायी प्रभाव पैदा करना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। इन नवप्रवर्तकों की मेहनत और समर्पण से यह साबित होता है कि देश में युवा शक्ति किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है और समाज के विकास में अहम भूमिका निभा सकती है।
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