KNEWS DESK- दिल्ली के सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और एनडीएमसी स्कूलों में फरवरी में होने वाली सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षा से पहले कॉमन प्री-बोर्ड परीक्षा की शुरुआत होने जा रही है। शिक्षा निदेशालय ने इन केंद्रीयकृत प्री-बोर्ड परीक्षाओं के लिए तिथियां जारी कर दी हैं। ये परीक्षाएं 12 दिसंबर 2024 से शुरू होंगी और छात्रों को बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर आधारित रियल-टाइम अभ्यास का मौका मिलेगा।
प्री-बोर्ड परीक्षाओं का उद्देश्य छात्रों को बोर्ड परीक्षा के स्वरूप से परिचित कराना है ताकि वे अपनी गलतियों को समझ सकें और सुधार सकें।
परीक्षा तिथियां और शेड्यूल
प्री-बोर्ड परीक्षाएं दो शिफ्ट्स में आयोजित की जाएंगी।
- सुबह की पाली: परीक्षा सुबह 9:30 बजे से 12:30 बजे तक होगी।
- शाम की पाली: यह परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी।
पहली परीक्षा तिथि पर, दसवीं कक्षा के लिए संस्कृत, पंजाबी और उर्दू जैसे विषयों की परीक्षा होगी, जबकि बारहवीं कक्षा के लिए पहला पेपर गणित का होगा।
प्री-बोर्ड का महत्व
प्री-बोर्ड परीक्षा बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को मजबूत करने का एक अहम कदम है। यह छात्रों को असली बोर्ड परीक्षा के माहौल में परखने का अवसर प्रदान करती है। छात्रों को उनके उत्तरों की जांच करने और उन्हें समझाने का अवसर मिलेगा, जिससे वे आगामी बोर्ड परीक्षाओं में अपनी गलतियों से बचने के लिए बेहतर रणनीति बना सकेंगे।
प्रश्न पत्र सीबीएसई परीक्षा पैटर्न के आधार पर तैयार किए जाते हैं, ताकि छात्रों को वास्तविक बोर्ड परीक्षा जैसा अनुभव मिल सके। ये परीक्षाएं छात्रों को अपनी तैयारी की समीक्षा करने और सुधार करने का मौका देती हैं, जिससे वे अधिक आत्मविश्वास के साथ मुख्य बोर्ड परीक्षा की ओर बढ़ सकें।
सही और आदर्श उत्तरों के साथ सुधार की प्रक्रिया
परीक्षा के चार कार्य दिवसों के भीतर मूल्यांकन पूरा किया जाएगा। मूल्यांकन के बाद, विषय शिक्षक छात्रों के साथ परीक्षा के प्रश्न पत्र की चर्चा करेंगे और उनकी गलतियों को सही एवं आदर्श उत्तरों के साथ समझाएंगे। खासतौर पर उन गलतियों को कक्षा के सभी छात्रों को विस्तार से बताया जाएगा, जो अधिकतर छात्रों द्वारा की जाती हैं। इस प्रक्रिया से छात्रों को यह समझने में मदद मिलेगी कि वे किन पहलुओं पर ध्यान नहीं दे पाए और भविष्य में उन्हें इन गलतियों से बचने के लिए क्या सुधार करना चाहिए।
स्कूलों को दिशा-निर्देश
शिक्षा निदेशालय ने प्री-बोर्ड परीक्षा के संचालन के लिए स्कूलों को कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इनमें सबसे अहम यह है कि एक परीक्षा कक्ष में 24 से अधिक छात्र नहीं बैठाए जाएं। यह सुनिश्चित करेगा कि छात्रों को अधिक ध्यान और सुविधा मिल सके और परीक्षा का माहौल उचित रहे।
निजी स्कूलों का योगदान
दिल्ली में निजी स्कूलों द्वारा भी प्री-बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, हालांकि ये स्कूल अपने स्तर पर परीक्षा आयोजित करते हैं। अधिकांश निजी स्कूल भी सीबीएसई के परीक्षा पैटर्न को फॉलो करते हुए अपनी प्री-बोर्ड परीक्षा का आयोजन करते हैं, ताकि छात्रों को बोर्ड परीक्षा के समान माहौल मिले और उनकी तैयारी मजबूत हो सके।
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