KNEWS DESK- गुजरात के रहने वाले विपुल पित्रोदा के जीवन में उस समय अंधेरा छा गया जब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी के पेट में 6 इंच की गांठ है। एक साधारण और सीमित आय वाले परिवार से ताल्लुक रखने वाले विपुल के लिए यह खबर किसी संकट से कम नहीं थी। खुद पोलियो से पीड़ित विपुल न केवल घर की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, बल्कि एक पिता के रूप में अपनी बेटी की बीमारी ने उन्हें भीतर से तोड़ दिया था। लेकिन इसी कठिन समय में उन्हें जानकारी मिली प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) की, और यही योजना उनकी बेटी के लिए जीवनदायिनी साबित हुई।
विपुल पित्रोदा ने बताया कि उनके पास इतने संसाधन नहीं थे कि वह अपनी बेटी का इलाज अच्छे अस्पताल में करवा सकें। तभी उनके एक दोस्त ने उन्हें बताया कि PM-JAY योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल सकता है। इस योजना के अंतर्गत उनकी बेटी का पूरी तरह से मुफ्त इलाज हुआ, और इलाज भी किसी साधारण अस्पताल में नहीं, बल्कि अच्छे डॉक्टरों और स्टाफ की देखरेख में। “प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने सिर्फ मेरी बेटी को नहीं, मुझे भी नया जीवन दिया है। पैसों की चिंता खत्म हो गई थी। डॉक्टर, नर्स, सभी ने बेहतरीन देखभाल की,” – विपुल पित्रोदा
इलाज के बाद जब उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ हो गई, तो विपुल ने एक भावुक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा, जिसमें उन्होंने कहा – “आपने मेरी बेटी को नहीं, मुझे भी जीवनदान दिया है।”
विपुल को उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इस पत्र का जवाब मिलेगा, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्हें पीएम मोदी का व्यक्तिगत पत्र प्राप्त हुआ। इस जवाब को पाकर वह भावुक हो गए और बोले, “देश की 140 करोड़ जनता में से मोदी साहब ने मुझे जवाब दिया, ये मेरे लिए सपने जैसा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर विपुल पित्रोदा की कहानी वाला वीडियो साझा किया गया है, जिसमें उन्होंने अपना पूरा संघर्ष बताया है। विपुल ने कहा कि भले ही वह शारीरिक रूप से अक्षम हैं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। “जब मोदी जी हमारे साथ हैं, तो लगता है पूरा देश हमारे साथ है। हमारी बेटी को दूसरा जन्म मिला है।”
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