‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ शब्द पर राजनीति गरमाई, कांग्रेस-TMC ने लगाए आरोप, भाजपा ने कहा-‘ये असली संविधान है’

KNEWS DESK… संसद का विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी 19 सितम्बर को देश की नई संसद में लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही हुई. इस दौरान महिला आरक्षण बिल पेश किया गया. जिस आज यानी 20 सितम्बर को चर्चा होनी है. उससे पहले सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्दों को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बाद TMC सांसद डोला सेना ने भी कहा है कि संविधान की जो काॅपी सांसदों को दी गई उसमें सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द गायब है.

दरअसल, TMC सांसद डोला सेना ने आगे कहा कि मेरा सवाल ये है कि बिना किसी चर्चा के ये बदलाव कैसे किया गया. TMC इसका विरोध करेगी. ये सरकार संविधान विरोधी है.” इस मुद्दे पर विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सवाल करते हुए कहा था, “संविधान की जो नई प्रतियां आज (19 सितंबर) हमें दी गईं, जिन्हें हम अपने हाथों में पकड़कर नए संसद भवन में प्रवेश कर गए. इसकी प्रस्तावना में ‘सोशलिस्ट सेक्युलर’ शब्द नहीं है. हमने राहुल गांधी को इस बारे में बताया है, हमने दिखाया है कि संविधान के साथ फेरबदल किया जा रहा है. संविधान को एक सोची समझी साजिश के तहत बदला जा रहा है.” नेता प्रतिपक्ष ने इस बात को बीते दिन मंगलवार को भी नई संसद में उठाने की कोशिश की थी.

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विपक्ष के सवालों का भाजपा ने दिया जवाब

जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले पर भाजपा ने कहा कि जवाब दिया जा चुका है. कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि  “संविधान की जो असली कॉपी है वो दी गई है और इस पर कल जवाब भी दिया जा चुका है.” वहीं, भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, “ये मुद्दे से भटकाने की कोशिश है, भाजपा को संविधान में अटूट भरोसा है.”

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