KNEWS DESK, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के बाद पंजाब की राजनीति में गहमागहमी शुरू हो गई है। चुनाव परिणामों के ठीक तीन दिन बाद, मंगलवार (11 फरवरी) को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने सभी विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। यहां वह आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगे।
चर्चा का मुख्य मुद्दा – दिल्ली चुनाव परिणाम और उसके असर
इस मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों और उनके पंजाब की राजनीति पर पड़ने वाले असर पर चर्चा होगी। बता दें कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की इकाई ने दिल्ली चुनाव में अहम भूमिका निभाई थी और पंजाब के नेताओं की दिल्ली में सक्रियता मीडिया में सुर्खियों में रही थी।
आगे की रणनीति पर होगी चर्चा
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार के बाद, पंजाब की विपक्षी पार्टियों ने भगवंत मान सरकार पर हमलावर होना शुरू कर दिया है। कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी ने सरकार को निशाने पर लिया है। इसी कारण अरविंद केजरीवाल इस बैठक में पंजाब के लिए पार्टी और सरकार की आगे की रणनीति तय करेंगे।
AAP के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के अगले दिन, पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा ने दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। इस पर जब कांग्रेस विधायक परगट सिंह से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि इसका जवाब केवल प्रताप बाजवा ही दे सकते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने पंजाबियों को 2022 में वोट हासिल करने के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अब तक महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह देने का वादा पूरा नहीं किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने दी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने की बात
वहीं, रविवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के आवास पर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने विधायकों को आगामी रणनीति के लिए दिशा-निर्देश दिए। बैठक के बाद विधायकों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अब उनकी पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी और राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
दिल्ली चुनाव के परिणामों ने पंजाब की राजनीति में नए समीकरण खड़े कर दिए हैं, और अब सबकी नजर इस बैठक पर है, जिससे पंजाब की राजनीति में आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं।