KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन दिवसीय ‘रायसीना डायलॉग’ सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे, जो वैश्विक भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक प्रमुख मंच बन चुका है। इस सम्मेलन में 125 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे, और यह आयोजन 10वें संस्करण के रूप में खास महत्व रखता है। सम्मेलन में दुनिया भर के प्रमुख नेता, विशेषज्ञ और विचारक अपनी राय साझा करेंगे।
इस वर्ष के सम्मेलन में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन, अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड, और यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा जैसे महत्वपूर्ण नेता हिस्सा लेंगे। इसके अलावा, ताइवान का एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी और उसका प्रतिनिधिमंडल भी इस सम्मेलन में शिरकत कर सकता है, जो भारत और ताइवान के बढ़ते संबंधों का प्रतीक माना जा रहा है।
‘रायसीना डायलॉग’ का आयोजन ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ द्वारा विदेश मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। इस वर्ष के सम्मेलन में मंत्रियों, पूर्व राष्ट्राध्यक्षों, सैन्य कमांडरों, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, पत्रकारों, सामरिक मामलों के विद्वानों और प्रमुख विचारक संस्थाओं के विशेषज्ञों की भागीदारी होगी। सूत्रों के अनुसार, 20 देशों के विदेश मंत्रियों सहित कई प्रभावशाली नेता इस विचार-विमर्श का हिस्सा होंगे।
यह आयोजन न केवल अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और भू-राजनीति पर चर्चा का केंद्र बनेगा, बल्कि यह वैश्विक मुद्दों पर साझेदारी, संवाद और सहयोग को भी बढ़ावा देगा। खासकर यूक्रेन और ताइवान की भागीदारी इस वर्ष के सम्मेलन के लिए विशेष महत्व रखती है, क्योंकि ये दोनों ही क्षेत्र वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा की भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष को समाप्त करने के लिए अस्थायी युद्धविराम की दिशा में प्रयास कर रहा है। इस सम्मेलन में उनकी उपस्थिति, यूक्रेन के संघर्ष को लेकर वैश्विक सामरिक दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
वहीं, ताइवान का प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में शामिल होने के साथ भारत और ताइवान के बढ़ते रिश्तों को नई दिशा दे सकता है। इस घटना को भारत और ताइवान के बीच बढ़ते सहयोग के रूप में देखा जा रहा है, जो वैश्विक कूटनीतिक रिश्तों में एक नए अध्याय का आरंभ हो सकता है।
‘रायसीना डायलॉग’ का यह 10वां संस्करण एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान करेगा, जहां वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी और दुनिया के प्रमुख नेता मिलकर साझा विचार करेंगे, जिससे वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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