KNEWS DESK- अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन जायद अल नाहयान ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह शेख खालिद का भारत का पहला आधिकारिक दौरा है, जो उनके क्राउन प्रिंस बनने के बाद हुआ है। मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी ने शेख खालिद का गर्मजोशी से स्वागत किया और दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
दौरे की शुरुआत और स्वागत
रविवार को शेख खालिद दिल्ली पहुंचे, जहां केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने उनका स्वागत किया। उनके आगमन के पहले दिन ही, पीएम मोदी ने उन्हें हैदराबाद हाउस में गले लगाकर स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने सोशल मीडिया पर इस विशेष मुलाकात की जानकारी दी और लिखा, “एक करीबी दोस्त का गर्मजोशी से स्वागत। पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का स्वागत किया।”
दौरे की मुख्य गतिविधियाँ
क्राउन प्रिंस के दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और अबू धाबी के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है। सोमवार को शेख खालिद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे और राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। दिल्ली में अपने कार्यक्रम को समाप्त करने के बाद, 10 सितंबर को वह मुंबई के लिए रवाना होंगे। मुंबई में वह एक बिजनेस फोरम में हिस्सा लेंगे, जिसमें दोनों देशों के कई प्रमुख बिजनेस लीडर शामिल होंगे।
भारत-यूएई संबंधों की गहराई
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत और अबू धाबी के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मित्रवत संबंध रहे हैं। हाल के वर्षों में, दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी गहरी हुई है। इनमें व्यापार, निवेश, राजनीति, संपर्क, ऊर्जा, तकनीक, शिक्षा और संस्कृति शामिल हैं।
पीएम मोदी का अबू धाबी दौरा
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में अबू धाबी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने अबू धाबी के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और आठ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। पीएम मोदी ने अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया और भारतीय समुदाय को संबोधित करने के लिए अहलान मोदी कार्यक्रम में भाग लिया था। उसी समय, उन्होंने क्राउन प्रिंस को भारत का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया था।
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