फेंगल तूफान के कारण पिछले दो-तीन दिनों में तमिलनाडु में मूसलधार बारिश हुई, जिससे उत्तरी तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले समेत कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। तिरुवन्नामलाई जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक घर भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें पांच बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया और मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने राज्य में बाढ़ और बारिश के कारण हुई तबाही का उल्लेख करते हुए बताया कि इस प्राकृतिक आपदा से करीब 69 लाख परिवार और 1.5 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से 2000 करोड़ रुपये की राशि जारी करने का अनुरोध किया, ताकि राज्य में राहत कार्यों को तेज किया जा सके और प्रभावित परिवारों की मदद की जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से इस संकट की घड़ी में हर संभव सहायता देने का वादा किया और केंद्र की तरफ से राज्य को सभी आवश्यक संसाधन और मदद उपलब्ध कराने की बात कही। इस फोन कॉल के बाद, राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को और तेज कर दिया है, जबकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
यह प्राकृतिक आपदा तमिलनाडु के लिए एक गंभीर चुनौती बनकर सामने आई है, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इसे संभालने और प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं।
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