KNEWS DESK- आज पूरा देश धूमधाम से दशहरा पर्व मना रहा है, जो हर साल शारदीय नवरात्रि के समापन के साथ दशमी तिथि को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है, और इस दिन विशेष धार्मिक मान्यताओं का पालन किया जाता है।
प्रधानमंत्री का संदेश
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, “देशवासियों को विजयादशमी की असीम शुभकामनाएं। मां दुर्गा और प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी को जीवन के हर क्षेत्र में विजय हासिल हो, यही कामना है।”
शस्त्र पूजा का महत्व
विजयादशमी के दिन धार्मिक उत्सवों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नागपुर में पथ संचलन का आयोजन किया। इस अवसर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की, जिसमें पद्म भूषण और पूर्व ISRO प्रमुख के. राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। शस्त्र पूजा का आयोजन इस दिन की धार्मिक महत्ता को दर्शाता है।
दशहरा: एक धार्मिक मान्यता
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाए जाने वाले इस पर्व का ऐतिहासिक महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था, और मां दुर्गा ने महिषासुर का अंत किया था। इस प्रकार, दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बन गया है।
रावण दहन और उत्सव
दशहरे के दिन, देशभर में कई स्थानों पर रावण का दहन किया जाता है, जो बुराई के अंत का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने कार्यों की शुरुआत करते हैं, क्योंकि मान्यता है कि विजयादशमी पर शुरू किए गए कार्यों में सफलता अवश्य मिलती है।
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