KNEWS DESK- सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर घेरते हुए कड़ी आलोचना की। कुंदरकी में आयोजित एक जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाएं और बेटियां भाजपा सरकार में असुरक्षित हैं, और इस सरकार ने प्रशासन को पूरी तरह से कमजोर कर दिया है।
बीएचयू में दुष्कर्म मामले को उठाया
अखिलेश यादव ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घिनौने अपराध के आरोपियों का मुख्यमंत्री के साथ फोटो वायरल हुआ था, जो प्रदेश की कानून व्यवस्था की भयावह स्थिति को उजागर करता है। यादव ने कहा कि आरोपियों को जेल भेजा गया था, लेकिन वे जल्द ही जमानत पर बाहर आ गए। इसके बाद पीड़िता कोर्ट में जाने से डर रही है और वीडियो कॉल के जरिए सुनवाई की मांग कर रही है।
उन्होंने कहा, “एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा सरकार में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। भाजपा वाले झूठ बोलते हैं कि सपा सरकार में महिलाएं असुरक्षित थीं। जब बेटियां आत्महत्या करने के लिए मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच गई थीं, तब क्या यही था ‘महिलाओं का सम्मान’?”
पुलिस और भ्रष्टाचार पर कड़ी टिप्पणी
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश पुलिस के भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग अब लूट की मशीन बन चुका है। पहले 100 नंबर पर पुलिस मदद के लिए आती थी, लेकिन अब लोग कहते हैं कि पुलिस लूटने आ रही है। अब तो थाने में भी 15 लाख रुपये प्रतिदिन की कमाई हो रही है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वाराणसी में दिवाली पर एक इंस्पेक्टर ने जुआ खेलने वालों से 40 लाख रुपये लूटे और जब इस मामले का खुलासा हुआ, तो भाजपा के लोग इसे नकारते रहे।
अखिलेश यादव ने कहा, “इस सरकार ने पुलिस को पूरी तरह से भ्रष्ट कर दिया है, और अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया है। अब राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी भी तनाव में हैं, और एक के बाद एक एनकाउंटर मामले उठ रहे हैं।”
“बंटोगे तो कटोगे” नारे पर तंज
अखिलेश यादव ने भाजपा के ‘बंटोगे तो कटोगे’ नारे पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “इतिहास में कभी ऐसा नारा नहीं था कि ‘बंटोगे तो कटोगे’। यह अंग्रेजों के ‘डिवाइड एंड रूल’ के सिद्धांत से प्रेरित है। भाजपा डर और भय का कारोबार कर रही है।” उन्होंने भाजपा को विकास के बजाय विनाश की राजनीति करने वाला दल करार दिया और कहा, “भाजपा के लोग कभी भी विकास की बात नहीं करते, वे हमेशा नफरत और डर फैलाने का काम करते हैं।”
भाजपा के वेष बदलकर प्रचार करने वाले नेताओं पर कटाक्ष
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ भाजपा नेता चुनाव प्रचार के दौरान ‘वेष बदलकर’ जनता के बीच जा रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “आपने रामायण पढ़ी होगी, रावण ने भी सीता माता का वेष बदलकर अपहरण किया था। यही लोग हैं जो हमारी सरकार जाने के बाद सीएम हाउस को धुलवाते थे। ये लोग दलितों और पिछड़ों से नफरत करते हैं, और संविधान को अपनी ढाल मानते हुए हम इससे लड़ेंगे।”
बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट का जुर्माना
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार द्वारा बुलडोजर के नाम पर किए जा रहे अत्याचारों की आलोचना की। उन्होंने कहा, “पहले भाजपा सरकार बुलडोजर लेकर लोगों को निशाना बना रही थी, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें लाखों रुपये का जुर्माना लगाया है। इस सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है।”
सपा प्रत्याशी पर तंज
अखिलेश यादव ने सपा प्रत्याशी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में उन्होंने खुद हाजी रिजवान का टिकट काटा था। स्वर्गीय डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के पोते ने सपा से चुनाव लड़ा था, और टिकट कटने के बाद हाजी रिजवान उस दल में चले गए जहां ‘प्रीपेड और पोस्ट पेड’ से काम चलता था। फिर भी सपा ने चुनाव जीता। अंत में उन्होंने मंच से चेतावनी दी, “अगर कोई अधिकारी किसी से मिला तो अगली बार उसका टिकट काटा जाएगा।”
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