KNEWS DESK – लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। ऐसे में सारी पार्टियां अपने गठबंधन के घटक दलों के साथ सीट शेयरिंग कर रही हैं। कुछ पार्टियां सीट बंटवारे को लेकर खुश हैं तो कुछ इससे नाखुश हैं। ऐसा ही बिहार में हुआ है। काफी समय से अटकलें लग रही थीं कि कभी भी पशुपति पारस एनडीए गठबंधन से अपना नाता तोड़ सकते हैं। अब पशुपति पारस ने नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मंगलवार को खुद प्रेस कॉन्फेस कर बताया। साथ ही पशुपति पारस ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इस पत्र में मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने का कारण बताया। साथ ही जब भविष्य में RJD के साथ गठबंधन करने को लेकर सवाल किया गया तो उसको टाल गए।
आरजेडी के ऑफर को लेकर कहा कि जितना बोलना था, उतना बोल दिया है. भविष्य की राजनीति हम अपनी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बैठकर तय करेंगे.” महोदय, आपको अवगत कराना है कि कुछ अपरिहार्य कारणों से मैं मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं. इस दौरान मंत्री परिषद के सदस्य के नाते मुझ पर अपना विश्वास जताने के लिए आपका धन्यवाद.”
पशुपति पारस ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, ”महोदय, आपको अवगत कराना है कि कुछ अपरिहार्य कारणों से मैं मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं. इस दौरान मंत्रिपरिषद के सदस्य के नाते मुझ पर अपना विश्वास जताने के लिए आपका धन्यवाद.”
ये है वजह
आपको बता दें कि बिहार में सियासत तब गर्म हो गई, जब चिराग पासवान को बीजेपी ने पांच सीटें देने का फैसला किया। इसके बाद से पशुपति पारस नाराज बताए जा रहे हैं। प्रेस काॅन्फेंस में अपनी नाराजगी को जाहिर भी कर दिया था या कहें कि बीजेपी को आगाह कर दिया था। साथ ही आरजेडी ने भी सीटों का ऑफर दिया था। अब चिराग पासवान को पाॅंच सीटें देने का ऐलान हो गया है। तो आज उन्होंने गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया है।
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