KNEWS DESK- संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को अपने सातवें दिन महत्वपूर्ण चर्चाओं और बहसों का साक्षी बना। जहां लोकसभा में चुनाव सुधारों पर विस्तृत चर्चा हुई, वहीं राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ को लेकर बहस ने सत्र को जीवंत बनाए रखा।
लोकसभा में आज का दिन चुनाव सुधार विषय को समर्पित रहा। सदस्यों ने चुनाव प्रणाली को अधिक पारदर्शी, विश्वसनीय और तकनीक-आधारित बनाने पर अपनी राय रखी। चर्चा के प्रमुख बिंदु रहे-
EVM और VVPAT की विश्वसनीयता
चुनाव खर्च पर अधिक निगरानी
आचार संहिता के सख्त पालन
चुनावी प्रक्रिया में डिजिटल मॉनिटरिंग बढ़ाने पर जोर
उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि और फंडिंग पर अधिक पारदर्शिता
कई सदस्यों ने सुझाव दिया कि चुनाव सुधारों को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए ताकि देशभर में चुनावी प्रक्रिया और अधिक भरोसेमंद बन सके।
राज्यसभा में आज का मुख्य मुद्दा था- ‘वंदे मातरम’। सदस्यों ने देशभक्ति, सांस्कृतिक पहचान और राष्ट्रीय प्रतीकों के सम्मान जैसे पहलुओं पर अपनी बातें रखीं। कुछ सदस्यों ने प्रस्ताव रखा कि ‘वंदे मातरम’ को संसद और सरकारी कार्यक्रमों में अधिक प्रमुख स्थान दिया जाए। अन्य सदस्यों ने कहा कि किसी भी राष्ट्रीय प्रतीक को “अनिवार्य” बनाने के बजाय जागरूकता और स्वैच्छिक सम्मान बढ़ाया जाना चाहिए। बहस का माहौल उत्साहपूर्ण रहा और विभिन्न दलों के सांसदों ने अपने सांस्कृतिक एवं संवैधानिक दृष्टिकोण साझा किए।
संसद के इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक सूचीबद्ध हैं। चुनाव सुधारों और राष्ट्रीय प्रतीकों पर जारी चर्चाओं के बाद आने वाले दिनों में विधि सुधार, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े बिल, आर्थिक नीतियों पर बहस जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श होने की संभावना है।