KNEWS DESK- पाकिस्तान पिछले दिनों से महंंगाई को लेकर चर्चा में बना हुआ है। हर दिन हैरान कर देने वाली बातें सामने आ रही है।पेट्रोल-डीजल की कीमत में इजाफे के बाद मुद्रास्फीति दर में एक बार फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश का साप्ताहिक मुद्रास्फीति दर में 1.30 फीसदी की बढ़त हुई है और यह 29.83 फीसदी तक पहुंच गया है।
खाने- पीने की चीजें भी हुईं महंगी
खाने पीने की चीजें जैसे टमाटर, लाल मिर्च पाउडर, लहसुन, प्याज, दूध पाउडर, अंडे और टूटे बासमती चावल की कीमत में पिछले एक हफ्ते में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। महंगाई बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि सरकार ने हाल ही पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की कीमत बढ़ाई है। वहीं कुछ चीजों के दाम कम भी हुए हैं। इसमें चिकन, सरसों तेल, घी, दाल, गेहूं का आटा जैसे चीजें शामिल हैं।
अब तक महंगाई में इतना इजाफा
पिछले हफ्ते के मुकाबले 3.48 प्वाइंट्स की बढ़ोतरी हुई है और यह 268.08 से बढ़कर 271.56 प्वाइंट्स पर पहुंच गया है। पाकिस्तान में PSB देशभर के 17 शहरों से 51 जरूरी चीजों की कीमत को एकत्र करके SPI को निर्धारित करता है।
फ्यूल रेट्स में बढ़ोत्तरी
पहले से ही महंगाई से जूझ रही पाकिस्तान की जनता को शरीफ सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी वक्त में बड़ा झटका देते हुए को 1 अगस्त पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी कर दी थी। सरकार ने पेट्रोल के दाम में 19.95 रुपये और डीजल के दाम में 19.90 रुपये की बढ़ोतरी की है। इसके बाद वहीं पेट्रोल 272.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 273.40 प्रति लीटर मिल रहा है। वित्त मंत्री इशाक डार ने अपनी सरकार के इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि सरकार आईएमएफ की शर्तों से बंधी हुई है। ऐसे में शर्तों के मुताबिक फ्यूल के रेट में बढ़ोतरी करना उनकी मजबूरी है।