KNEWS DESK- आज यानी 11 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई की। जिसके बाद ये फैसला सुनाया कि जम्मू कश्मीर में भारत का संविधान चलेगा यानी जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना संवैधानिक रूप से वैध है। अब इसके बाद ये खबर आई कि कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ‘एक “निशान” एक “विधान” मेरा “भारत” महान.’ दरअसल, एक निशान, एक विधान और एक संविधान बीजेपी की मांग रही थी। जम्मू और कश्मीर के संबंध में बीजेपी की ये पुरानी मांग रही है।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि ‘एक “निशान” एक “विधान” मेरा “भारत” महान.’ दरअसल, एक निशान, एक विधान और एक संविधान बीजेपी की मांग रही थी. जम्मू और कश्मीर के संबंध में बीजेपी की ये पुरानी मांग रही है. सोमवार को सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, “याचिकाकर्ताओं की दलील से संकेत मिलता है कि मुख्य चुनौती अनुच्छेद 370 को निरस्त करना है और क्या राष्ट्रपति शासन के दौरान ऐसी कार्रवाई की जा सकती है.”
एक “निशान”
एक “विधान” मेरा “भारत” महान.#SupremeCourtOfIndia #Article370— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) December 11, 2023
5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 किया गया था निरस्त
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने का ऐलान किया था। इसके साथ ही राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था। इसके लिए सरकार की तरफ से ‘जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन कानून’, 2019 लाया गया था, जिसे ही चुनौती दी गई है। जम्मू-कश्मीर के केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद से अभी तक वहां पर विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं। हालांकि, हाल के दिनों में स्थानीय चुनाव जरूर हुए हैं।
अनुच्छेद 370 हटने का बताया गया फायदा
चीफ जस्टिस ने कहा कि राष्ट्रपति के लिए यह जरूरी नहीं था कि वह जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा की सिफारिश के बाद ही 370 पर कोई आदेश जारी करें। अनुच्छेद 370 को बेअसर कर नई व्यवस्था से जम्मू-कश्मीर को बाकी भारत के साथ जोड़ने की प्रक्रिया मजबूत हुई।
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