KNEWS DESK… आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के तहत आज 14 अगस्त को पूरे देश में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जा रहा है. आज के ही दिन 14 अगस्त 1947 को देश में बंटवारे के दौरान विस्थापित लोगों द्वारा दर्द झेलने की दशा को याद किया जा रहा है. इस विभाजन के समय देश में जान गंवाने वाले लोगों को याद करने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने के रुप में इस दिन को रखा गया है.
दरअसल आपको बता दें कि इस मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक याद करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया. इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट एवं संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा. ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन.’
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2023
पीएम मोदी समेत भाजपा के कई नेताओं ने की सद्धभावना व्यक्त
पीएम मोदी ने बंटबारे के समय विस्थापित लोगों द्वारा गवाई गई जानों के लिए सद्भावना व्यक्त करते हुए उन्हें शत-शत नमन किया है. इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी विभाजन के समय जान गंवाने वाले लोगों प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी है. वहीं दूसरी तरफ इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर नई दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. जिसका संबोधन वे शाम 5 बजे करेंगे. इस कार्यक्रम में विस्थापित परिवारों के लोगों को भी बुलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में नड्डा विभाजन की त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
देश मना रहा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में घोषणा करते हुए कहा था कि हर साल 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाया जाएगा. इसके तहत देश के सभी जिलों में विभाजन में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम होंगे. सभी जिलों की विभाजन से जुड़ी यादों के लिखित दस्तावेजों को प्रदर्शनी के जरिए दिखाया जाएगा. इसके साथ ही विभाजन से संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी दिखाई जाएंगी. आज की नई पीढ़ी को देश के बंटवारे के समय होने वाली पीड़ा के बारे में बताया जाएगा. इसके लिए विभाजन की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी साझा किया जाएगा.