CM योगी ने मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में विधिपूर्वक चढ़ाई खिचड़ी, की राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना

KNEWS DESK-  मकर संक्रांति के पावन पर्व पर मंगलवार को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में चार बजे नाथपंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार भगवान गोरखनाथ को विधिपूर्वक आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ से सभी नागरिकों के सुखमय और समृद्धमय जीवन तथा राष्ट्र कल्याण की कामना की।

आस्था और श्रद्धा का अद्भुत संगम:

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस धार्मिक आयोजन के दौरान कहा कि मकर संक्रांति भारत के पावन पर्वों में से एक है, जो विशेष रूप से सूर्य देव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। यह पर्व पूरी दुनिया में विविध रूपों में मनाया जाता है और विभिन्न क्षेत्रों में इसके आयोजन की परंपराएं हैं। उन्होंने कहा कि यह उत्सव एकजुटता, खुशी और समृद्धि का प्रतीक है, जो समाज को जोड़ने का काम करता है।

मकर संक्रांति का विविध स्वरूप:

मुख्यमंत्री योगी ने मकर संक्रांति के विभिन्न रूपों का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे भारत में इसे अलग-अलग नामों और रूपों में मनाया जाता है। उन्होंने कहा, “उत्तर हो, दक्षिण हो, पूरब हो या पश्चिम, मकर संक्रांति का पर्व पूरे देश में अपनी विशेषता के साथ मनाया जाता है।” मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि असम में इसे बिहू के रूप में, पंजाब में लोहड़ी के रूप में, दक्षिण भारत में पोंगल के रूप में, बंगाल और महाराष्ट्र में तिलवा संक्रांति के रूप में मनाया जाता है, जबकि उत्तर भारत में इसे खिचड़ी संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

पवित्र नदियों में स्नान और दान-पुण्य:

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रदेश भर के नागरिकों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी और कहा कि इस दिन पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान, दान-पुण्य के कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व एक ऐसे समय का प्रतीक है, जब लोग अपने जीवन में नए उत्साह और समृद्धि की कामना करते हैं।

मुख्यमंत्री ने इस विशेष अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने को अपने जीवन का सौभाग्य बताया। उन्होंने गुरु गोरखनाथ की साधना स्थली पर आस्था व्यक्त करते हुए इस आयोजन को विशेष रूप से महत्व दिया।

धार्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक:

मकर संक्रांति का पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने और विभिन्न सांस्कृतिक विविधताओं को सम्मान देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सामाजिक समरसता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए सभी नागरिकों से आगे आने की अपील की और देशवासियों को इस पवित्र पर्व की शुभकामनाएं दी।

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