14 फरवरी का दिन इतिहास में जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के साथ दर्ज है| घटना भले चार साल पुरानी है, लेकिन उसके जख्म आज तक हरे हैं, जब आतंकवादियों ने इस दिन को देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमले के लिए चुना| राज्य के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हुए|
आज जब अपने प्यार का इजहार करने के लिए सुर्ख गुलाब हाथ में थामिएगा तो इसके रंग को गौर से निहारिएगा, इसी लहू रंग में लिपटे पुलवामा के 40 शहीदों ने आज ही के दिन देशप्रेम का इजहार किया था। आज वैलेंटाइन डे भी है और पुलवामा के शहीदों की बरसी भी। तय आपको करना है कि आपके लिए क्या ज्यादा महत्वपूर्ण है। दैनिक भास्कर ने शहर के बुद्धिजीवियों से यह जानने की कोशिश की कि आज के दिन को याद कर सिसकते भारत में उधार के त्योहार यानी वैलेंटाइन डे मनाने को लेकर उनके क्या विचार हैं तो ज्यादातर ने देशहित को सर्वोपरि माना। उनका कहना था कि त्याग और बलिदान को अपनी संस्कृति का शृंगार मानने वाला देश बलिदानियों के प्रति कृतघ्न कैसे हो सकता है। शहीदों को नमन कर आज के दिन की शुरुआत होनी चाहिए।
पीएम मोदी ने किया ट्विटर
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए क्रूर आतंकी हमले में शहीद होने वाले 40 भारतीय सैनिकों के बलिदान को आज पीएम नरेंद्र मोदी ने याद किया. पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा कि आज हम अपने उन वीर नायकों को याद करते हैं, जिन्हें हमने इस दिन पुलवामा में खो दिया था. हम उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे. उनका साहस हमें एक मजबूत और विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करता है. 14 फरवरी, 2019 को हुए इस हमले के बाद भारत ने इसका बदला लेने के लिए सीमा पार के आतंकी ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बनाया था. इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट विमानों ने बालाकोट पर सर्जिकल एयर स्ट्राइक किया था.
अमित शाह ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि ‘मैं वर्ष 2019 में आज ही के दिन पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं. देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनका शौर्य और अदम्य साहस हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा.’ गौरतलब है कि 14 फरवरी, 2019 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक काफिले पर यह हमला पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने किया था. जिसका सरगना मसूद अजहर है.