KNEWS DESK – VB-G Ram G बिल संसद के दोनों सदनों से पारित हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी राजनीतिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस लगातार इस बिल को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बिल के नाम और इसके प्रावधानों पर तीखा तंज कसा है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि इस बिल का नाम आखिर आया कहां से। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि यह किसी बॉलीवुड फिल्म के नाम जैसा लगता है, “जी मम्मी जी” टाइप। सीएम ने आरोप लगाया कि सरकार ने बिल का नाम बदल दिया और इसकी जिम्मेदारी राज्यों पर डाल दी, जो पूरी तरह गलत है। उनके मुताबिक, बिल में किए गए बदलाव जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों के लिए फायदेमंद नहीं, बल्कि नुकसानदेह साबित होंगे।
बर्फबारी को लेकर तैयारियों की समीक्षा
जम्मू-कश्मीर के हालात पर बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने दोनों डिवीजनों में समीक्षा बैठक की है, खासकर उन इलाकों में जहां भारी बर्फबारी की संभावना है। प्रशासन ने सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं, हालांकि असली स्थिति बर्फबारी शुरू होने के बाद ही साफ होगी।
उन्होंने कहा कि अगर बर्फबारी के चलते कुछ दिक्कतें आती हैं तो शिकायत की कोई वजह नहीं होनी चाहिए, क्योंकि लंबे समय से इस बर्फबारी का इंतजार था। इससे प्रदूषण कम होगा, हवा साफ होगी और विंटर टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
विपक्ष के आरोपों पर जवाब
सीएम उमर अब्दुल्ला ने विपक्ष के उस आरोप पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें कहा गया कि वे दिल्ली में बीजेपी के इशारे पर चलते हैं। इस पर उन्होंने साफ कहा कि कोई ठोस उदाहरण दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उनके प्रति हमेशा दयालु रहे हैं और वे दिखावे या लोगों को गुमराह करने की राजनीति में विश्वास नहीं रखते।
उमर ने दो टूक कहा कि जहां केंद्र सरकार मदद करेगी, वहां वे खुले तौर पर आभार जताएंगे, लेकिन जहां कमी होगी, उसे भी मजबूती से उठाएंगे। उन्होंने राज्य के दर्जे के मुद्दे पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस मामले में उन्हें शिकायत के अलावा कुछ नहीं मिला है और सिर्फ दिल रखने के लिए झूठ बोलना गलत होगा।