अब सामने आएगा मंगेश यादव एनकाउंटर का सच! सुल्‍तानपुर DM ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

KNEWS DESK- सुल्‍तानपुर में हाल ही में हुए एनकाउंटर की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। जिलाधिकारी कृतिका ज्‍योत्‍सना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और एसडीएम लंभुआ को जांच का जिम्मा सौंपा है। इस जांच के बाद मंगेश यादव के एनकाउंटर के तथ्यों का खुलासा हो सकेगा और सच्चाई सामने आएगी।

डकैती की घटना

28 अगस्त को सुल्‍तानपुर के चौक बाजार में भरत ज्‍वैलर्स की दुकान पर दिनदहाड़े पांच हथियारबंद बदमाशों ने डकैती डाली थी। बदमाशों ने करोड़ों रुपये के गहने लूटे थे, जिससे कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे। इस घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और आरोपितों की पहचान की। पुलिस ने तीन आरोपितों को पहले ही मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी मंगेश यादव फरार था।

एसटीएफ का एनकाउंटर

मंगेश यादव पर यूपी पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। बीते गुरुवार की तड़के, यूपी एसटीएफ को सूचना मिली कि मंगेश यादव मोटरसाइकिल से हनुमानजंग के पास पहुंचा है। पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन मंगेश यादव ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में मंगेश यादव को ढेर कर दिया गया। उसे सुल्‍तानपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मंगेश यादव की क्राइम हिस्ट्री

सुल्‍तानपुर पुलिस के अनुसार, मंगेश यादव पर लूट और चोरी के करीब सात मुकदमे दर्ज थे। एसटीएफ ने उसके पास से 315 बोर का तमंचा, 32 बोर की पिस्टल और लूट के जेवर भी बरामद किए थे।

सपा की प्रतिक्रिया

मंगेश यादव के एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए थे। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि जाति के आधार पर न्याय किया जा रहा है और इसे एक ‘साजिश’ करार दिया। इसके बाद, सपा का एक प्रतिनिधिमंडल जौनपुर पहुंचा और मंगेश यादव के परिवार से मुलाकात की।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि मजिस्ट्रीयल जांच की प्रक्रिया के बाद यह पता चलेगा कि एनकाउंटर में कोई खामी थी या नहीं। जांच के परिणाम आने के बाद इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और सुल्‍तानपुर के नागरिकों को न्याय मिलने की संभावना बढ़ेगी।

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