KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की माफिया विरोधी मुहिम अब आम जनता के लिए राहत और उम्मीद की वजह बनती जा रही है। लखनऊ की पॉश कॉलोनी डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी के कब्जे से छुड़ाई गई जमीन पर अब आम आदमी के लिए सस्ते और सुरक्षित आशियाने तैयार किए गए हैं।
जहां एक समय इस जमीन पर अपराध और दबदबे की कहानी लिखी जाती थी, वहीं अब यह जमीन कमजोर तबके के लिए नई ज़िंदगी की शुरुआत का प्रतीक बन गई है। डालीबाग की इस जमीन पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 72 फ्लैट बनाए गए हैं, जिनकी कीमत ₹9 लाख से ₹9.5 लाख के बीच तय की गई है।
सरकार ने पारदर्शिता बनाए रखते हुए फ्लैटों के आवंटन की प्रक्रिया लॉटरी सिस्टम के ज़रिए तय की है। इसके लिए आवेदनकर्ता की वार्षिक आय ₹3 लाख या उससे कम होनी चाहिए, और उसके नाम लखनऊ नगर सीमा के भीतर कोई और आवास नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को ‘जनहित में न्याय’ की संज्ञा दी है। सरकार का कहना है कि अपराधियों की अवैध रूप से कब्जाई गई संपत्तियों को अब जनकल्याण के लिए उपयोग में लाया जाएगा। यह कदम न सिर्फ माफियाओं के खिलाफ एक मजबूत संदेश है, बल्कि आम जनता के लिए अवसरों का नया दरवाज़ा भी खोलता है।
कभी जिस जगह पर लोगों को डर लगता था, अब वहीं पर बच्चों की हंसी और परिवारों की खुशियों की आवाज़ें गूंजेंगी। डालीबाग जैसी हाई-प्रोफाइल लोकेशन पर ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए घर मिलना, एक बड़ी सामाजिक समानता की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।