डिजिटल डेस्क- कैसरगंज से पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में उन्होंने 2029 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा राजनीतिक बयान दिया है। बृजभूषण ने साफ शब्दों में कहा कि वह 2029 का लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेंगे और उन्हें कोई ताकत नहीं रोक सकती। वहीं, 2027 के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की संभावनाओं को उन्होंने पूरी तरह से खारिज कर दिया। गोंडा में एक कार्यक्रम के दौरान बृजभूषण शरण सिंह शायराना अंदाज़ में नजर आए। उन्होंने कहा, “अगर किसी सोते हुए को गफलत से जगा देना बगावत है, किसी कमजोर के हक को दिला देना बगावत है, अगर सच्चाइयों के गीत गाना बगावत है, तो हम भी एक बागी हैं और हमारा मजहब भी बगावत है।” उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसी दौरान उन्होंने कहा कि 2027 के चुनाव में उतरने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन 2029 में वे मैदान में जरूर होंगे। उन्होंने दावा किया कि सच बोलना कोई अपराध नहीं है और वे आज भी भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा हैं।
भाजपा छोड़ने की कोई योजना नहीं है- बृजभूषण सिंह
बृजभूषण ने स्पष्ट किया कि उनकी भाजपा छोड़ने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा भाजपा की विचारधारा के साथ जुड़ी हुई है। उनका परिवार भी पार्टी से जुड़ा है।एक बेटा भाजपा विधायक है, दूसरा सांसद; भतीजा ब्लॉक प्रमुख है, और उनकी पत्नी भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। उन्होंने कहा कि परिवार और संगठन, दोनों ही पार्टी की सेवा में निरंतर लगे हुए हैं।
2024 में गंभीर आरोपों के चलते नहीं मिला था टिकट
गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह को महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के कारण टिकट नहीं मिला था। उस समय भाजपा ने उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया था। यह विवाद उस दौरान उठा जब बृजभूषण भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष थे। हालांकि बाद में अदालत में उन्हें सभी आरोपों से क्लीनचिट मिल गई।