KNEWS DESK- बिहार में सियासी उलटफेर होने के आसार नजर आ रहे हैं| सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार NDA के साथ सरकार बना सकते हैं| वह 28 जनवरी को 9वीं बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं| वहीं केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार राज्य इकाई से कहा है कि वह बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला प्रस्तावित करने में जल्दबाजी न करें|
जेडीयू के सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार कांग्रेस से नाराज हैं| उनकी नाराजगी की बड़ी वजह इंडिया गठबंधन में उन्हें संयोजक का पद नहीं देना और सीट शेयरिंग में देरी भी थी| जेडीयू की नजर इंडिया गठबंधन के साथ ही 17 (16+1) लोकसभा सीटों पर है| आपको बता दें कि नीतीश कुमार के NDA के साथ जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं|
अगर नीतीश कुमार जेडी (यू) को ‘महागठबंधन’ से बाहर निकालते हैं तो बिहार विधानसभा में 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए आरजेडी को 8 और विधायकों की आवश्यकता होगी| सूत्रों ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के खेमे के 4 अस्थायी विधायक, एआईएमआईएम का एक विधायक और एक अन्य निर्दलीय विधायक राजद के साथ जुड़ सकते हैं|
बिहार विधानसभा में वर्तमान में सीटों का समीकरण
आरजेडी- 79
बीजेपी- 78
जेडी (यू)- 45
कांग्रेस- 19
वामपंथी दल- 16
HAM (एस)- 4
AIMIM- 1
निर्दलीय- 1
वहीं बीजेपी ने पटना में कल शाम चार बजे सभी सांसद और विधायकों की बैठक बुलाई है| बीजेपी के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार राज्य इकाई से कहा है कि वह बिहार में सरकार गठन का फॉर्मूला प्रस्तावित करने में जल्दबाजी न करें| बिहार में ‘इंतजार करो और देखो’ की नीति अपनाएगी बीजेपी की कल से शुरू होने वाली दो दिवसीय कार्यकारिणी बैठक के बाद निर्णय होने की संभावना है| बता दें, बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े कल सुबह बिहार पहुंच रहे हैं|