डिजिटल डेस्क- दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके के बाद अब जांच एजेंसियों के हाथ बड़ा सुराग लगा है। धमाके से जुड़ा एक नया CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें आतंकी डॉ. उमर नबी को साफ तौर पर देखा जा सकता है। यह वही उमर है जिसने 10 नवंबर को लाल किले के पास कार ब्लास्ट को अंजाम दिया था। वायरल फुटेज के मुताबिक, उमर को तुर्कमान गेट स्थित फैज इलाजी मस्जिद में देखा गया था। वह वहां करीब 10 मिनट तक रुका और फिर कार लेकर धमाके के लिए निकल पड़ा। जांच में पता चला है कि उमर धमाके से पहले दिल्ली के कई इलाकों में घूमता रहा था। पुलिस अब तक 50 से अधिक CCTV फुटेज खंगाल चुकी है, जिनमें उमर की लोकेशन साफ तौर पर नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि वह कार में अकेला था और धमाके से ठीक पहले उसने अपनी गतिविधियां बेहद सोच-समझकर अंजाम दीं।
डीएनए से हुई थी आतंकी उमर की पहचान
धमाके में उमर की मौत हो गई थी, लेकिन पुलिस ने डीएनए जांच के जरिए उसकी पहचान की पुष्टि की है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, डॉ. उमर अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर था। वह कुछ महीनों से अचानक गायब था और उसके परिवार से भी उसका संपर्क टूट गया था। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर एक शिक्षित प्रोफेसर आतंकी गतिविधियों में कैसे शामिल हो गया।
आतंकियों के साथियों की तलाश में पुलिस
फिलहाल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनआईए इस मामले की संयुक्त जांच कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां उमर के संभावित साथियों और उसके नेटवर्क की तलाश में हैं। जांच का फोकस अब इस बात पर है कि क्या उसके पीछे किसी बड़े आतंकी संगठन का हाथ था और उसने धमाके की साजिश कब रची।