डिजिटल डेस्क- ईरान और इजरायल के मध्य चल रही तनातनी और हमलों ने आक्रामक रूप धारण कर लिया है। जहां पूर्व में ईरान की तरफ से इजरायल पर मिसाइलों से अटैक किये गए थे वहीं इन अटैकों का जवाव इजरायल ने भी बखूबी दिया है। दोनों देशों के मध्य चल रहे युद्ध में वहां के निवासी अपनी जान से हाथ धो रहे हैं। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक इजरायल की तरफ से दागी गई मिसाइलों से ईरान के लगभग 600 लोगों की मौत हो गई है जबकि लगभग 1400 लोग गंभीर घायल हैं। बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दे डाली है। ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की चेतावनी देते हुए ट्रंप ने साफतौर पर कहा है कि तेहरान के लोगों को तुरंत शहर खाली कर देना चाहिए। ट्रंप का यह बयान ने ईरान के साथ-साथ वैश्विक नेताओं के बीच भी खलबली मचा दी है। इन सबसे बीच वॉइट हाउस ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप जी-7 सम्मेलन को बीच में ही छोड़कर अमेरिका वापस लौट रहे हैं।
जल्द से जल्द तेहरान छोड़ना चाह रहे हैं लोग
दोनों देशों के मध्य चल रही तनातनी और भारी गोलाबारी में ईरान ने भी इजरायल की राजधानी तेल अवीव को टारगेट किया है, लेकिन उसकी ओर से किए गए हमलों में यहूदी मुल्क का बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। ईरान की राजधानी तेहरान में तो लगातार बड़े नुकसान की खबरें आ रही हैं। हालात यह हैं कि तेहरान में रहने वाले विदेशी लोग तो मुल्क छोड़कर ही निकल रहे हैं, वहीं ईरानी भी जल्दी से जल्दी तेहरान से निकल जाना चाहते हैं। फ्यूल स्टेशनों पर वाहनों की लंबी कतारें दिख रही हैं और लोग अपनी गाड़ियों में ही सामान भरकर जैसे-तैसे निकल जाना चाहते हैं।
ईरान के लोग व्हाट्सएप न करें इस्तेमाल
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRIB ने बताया कि ईरानी सरकार ने लोगों को व्हाट्सएप, टेलीग्राम और विदेशी एप्लिकेशन का उपयोग बंद करने की चेतावनी दी है और कहा कि वे इजराइल के व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें लक्षित करने के मुख्य तरीकों में से कुछ हैं। ईरान की मानना है कि ये एप के टारगेट किलिंग मदद कर रही हैं।
हाइपरसोनिक मिसाइलों को किया गया तैनात
IRGC ने इजरायल के खिलाफ हमले के नए फेज का ऐलान किया है। IRGC ने ‘फतह’ हाइपरसोनिक मिसाइलों को तैनात करने की घोषणा की है। IRGC का कहना है कि ये मिसाइलें इजरायल की हवाई सुरक्षा को सफलतापूर्वक भेद सकती हैं और कहा कि यह तैनाती आयरन डोम के ‘अंत की शुरुआत’ है।